पूर्व प्रमुख को आवंटित कोटा निरस्त, कार्रवाई का इंतजार
बिल्थरारोड (बलिया) : प्रधान व अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर कर चुपके से आवंटित राशन दुकान के मामले म
बिल्थरारोड (बलिया) : प्रधान व अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर कर चुपके से आवंटित राशन दुकान के मामले में लीपापोती के आरोप व हंगामे के बाद प्रशासन ने आखिरकार अपनी जांच पूरी कर आवंटन प्रक्रिया को गलत बताते हुए निरस्त कर दिया है। एसडीएम की जांच रिपोर्ट में एडीओ पंचायत श्रीकांत मिश्र, सचिव प्रशांत यादव के साथ ही पूर्व ब्लाक प्रमुख भीम प्रसाद को मुख्य दोषी बताया गया है। मामले में अब लोगों को कार्रवाई का इंतजार है। एसडीएम रामानुज सिंह ने बताया कि ग्राम प्रधान सदानंद, सचिव प्रशांत यादव, सभी ग्राम पंचायत सदस्यों व दोनों पक्षों के दर्जनों लोगों के लिखित व मौखिक बयान के बाद जांच रिपोर्ट तैयार कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज कार्रवाई हेतु संस्तुति की गई है। निर्देश के बाद ही अब आगे की कार्रवाई होगी। कहा कि फिलहाल विवादित राशन की दुकान को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है। सीयर ब्लाक के चैनपुर गुलौरा गांव में बीडीओ के निर्देश पर बतौर पर्यवेक्षक एडीओ पंचायत श्रीकांत मिश्र की मौजूदगी में कागजी तौर पर खुली बैठक कर पूर्व ब्लाक प्रमुख भीम प्रसाद के नाम चुपके से नया राशन दुकान आवंटित कर दिया गया था। इसकी जानकारी मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया और प्रधान सदानंद समेत स्वयं सचिव प्रशांत यादव ने प्रस्ताव रजिस्टर में अपना फर्जी हस्ताक्षर बताते हुए पूरे आवंटन प्रक्रिया को ही फर्जी बताया और जांच की मांग की थी।