सीसोटार दियारे में घाघरा की फिर तबाही
सिकंदरपुर (बलिया) : बाढ़ का पानी उतरने के बावजूद घाघरा नदी ने क्षेत्र के दियारा सीसोटार में कटान के रूप में एक बार पुन: कहर बरपाना शुरू कर दिया है। दियारा के मध्य से पूर्वी भाग तक करीब डेढ़ किमी की लंबाई में पल-पल जमीन कट कर नदी में समाहित हो रही है जिससे किसानों में हाहाकार मचा हुआ है। पिछले तीन दिनों में करीब सात बीघा जमीन बची गन्ना की फसल के साथ कट कर नदी में समाहित हो चुकी है। तेज पुरवा हवा बहने से कटान के भी तेजी से पकड़ने की संभावना से किसानों में चिंता व्याप्त है। दियारा सीसोटार के मध्य से मगही तक नदी धनुषाकार में जमीन को काटती हुई दक्षिण की तरफ बढ़ती जा रही है। इस नई कटान से विनोद, रामकवल चौधरी, लल्लन, रामाशीष सहित करीब तीन दर्जन किसान प्रभावित हैं। इनमें सर्वाधिक क्षति रामकवल की हुई है जिनकी करीब 25 बीघा जमीन गन्ना की फसल सहित कटान की भेंट चढ़ चुकी है। यही नहीं दियारा के सर्वाधिक ऊंचाई पर स्थित इनका सबसे बड़ा और सुरक्षित डेरा भी कट कर नदी में समाहित हो गया है। यहां नदी अपने एक पुराने छाड़न से मात्र एक सौ मीटर दूर रह गई है। स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है। बावजूद इसके कोई भी प्रशासनिक अधिकारी या जनप्रतिनिधि मौके पर झांकने तक नहीं पहुंचा। इसको लेकर इलाकाई लोगों में जबरदस्त उबाल है।