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बिल्थरारोड केजिला बनने की जगी आस

By Edited By: Published: Tue, 19 Aug 2014 06:48 PM (IST)Updated: Tue, 19 Aug 2014 06:48 PM (IST)
बिल्थरारोड केजिला बनने की जगी आस

बिल्थरारोड (बलिया) : जनपद के आखिरी छोर पर स्थित बिल्थरारोड तहसील को जिला बनाने की कवायद एक बार फिर शुरू हो गई है। क्षेत्रीय विधायक गोरख पासवान की पहल पर शासन के निर्देश के बाद जनपद में इसके लिए तमाम शर्तो को पूरा करने के बाबत आंकड़ों का गुणा गणित तेज हो गया है। इसके तहत बलिया डीएम ने मऊ व देवरिया जनपद से भी रिपोर्ट मांगी है। वहीं रसड़ा तहसील का हिस्सा बने बिल्थरारोड विधानसभा क्षेत्र में आने वाले अधिकांश गांवों की रिपोर्ट भी तैयार की जाने लगी है ताकि बिल्थरारोड तहसील क्षेत्र का दायरा बढ़ाया जा सके। जिसके कारण आमजन में तहसील के जिला बनने की उम्मीद एक बार फिर तेज हो गई है। क्षेत्रीय विधायक गोरख पासवान ने बिल्थरारोड को नए जिला के रूप में सृजित करने की आवाज विधानसभा में उठायी थी। शासन के निर्देश पर डीएम बलिया की तरफ से सीआरओ बलिया द्वारा मऊ व देवरिया जनपद के डीएम से पत्राचार कर आख्या मांगी गई है। इसके पूर्व शासन में भेजी गई रिपोर्ट के तहत प्रस्तावित नए सृजित जनपद बिल्थरारोड में बलिया जनपद के हिस्से की जनसंख्या छह लाख, क्षेत्रफल 922 वर्ग किमी, तहसील की संख्या दो, ब्लाक- चार पूर्ण (नगरा, सीयर, पंदह व नवानगर) व एक आंशिक (मनियर), थानों की संख्या- 6 पूर्ण (नगरा, भीमपुरा, उभांव, खेजुरी, पकड़ी व सिकंदरपुर) व एक आंशिक (मनियर) एवं लेखपालों की संख्या 177 दर्शाई गई थी। नए जनपद हेतु मापदंडों के तहत शेष मानक की पूर्ति समीपवर्ती मऊ जनपद के मधुबन तहसील व देवरिया जनपद के सलेमपुर तहसील के लार क्षेत्र से शामिल करने का खाका बनाया गया था। वर्तमान में नए प्रस्ताव में बिल्थरारोड तहसील की जनसंख्या व क्षेत्रफल को बढ़ाते हुए विधानसभा क्षेत्र के रसड़ा तहसील में शामिल 44 बूथों के गांवों को भी शामिल करने की तैयारी जारी है।

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एसडीएम ने मांगा बिल्थरारोड के गांवों का आंकड़ा

बिल्थरारोड विधानसभा के अंतर्गत पड़ने वाले वैसे गांव जो वर्तमान में रसड़ा तहसील के अंतर्गत आते है कि पूरी जानकारी एसडीएम बिल्थरारोड ने रसड़ा से मांगा है। इसकी जानकारी देते हुए एसडीएम रामानुज सिंह ने बताया कि बिल्थरारोड विधानसभा में आने वाले किंतु रसड़ा तहसील में शामिल तमाम आबाद व गैर आबाद गांवों की सूची, गांवों की जनसंख्या, क्षेत्रफल व लेखपालों संख्या का विवरण मांगा गया है।

डीएम का मिलेगा सकारात्मक सहयोग: विधायक

क्षेत्रीय विधायक गोरख पासवान ने कहा कि बिल्थरारोड को जिला बनाने संबंधित डीएम स्तर से शासन को भेजे जाने वाले रिपोर्ट में बलिया डीएम से सकारात्मक सहयोग की पूरी उम्मीद है। इसके लिए वे लगातार प्रयास कर रहे है और डीएम को वस्तुस्थिति से अवगत करा चुके है। कहा कि संभव है कि जिला प्रशासन के नए रिपोर्ट के बाद विधानसभावार तहसील होने के तहत बिल्थरारोड विधानसभा के रसड़ा तहसील में शामिल 44 बूथ भी हर हाल में बिल्थरारोड में शामिल हो जाएंगे।

तीन डीएम लगा चुके हैं निगेटिव रिपोर्ट

सन् 1994 में अलग हो नए तहसील के रूप में सृजित बिल्थरारोड तहसील को जिला बनाने की मांग लंबे समय से होती रही है और कई बार इसकी जिला से प्रदेश स्तर तक प्रयास भी हो चुके है। जिसे लेकर बलिया जनपद के अब तक तीन तत्कालीन डीएम ने शासन को निगेटिव रिपोर्ट भेजी है। 1999 में तत्कालीन डीएम नरेश कुमार, सन् 2002 में डीएम एसपी दीक्षित एवं 2004 में डीएम विनोद कुमार मलिक ने बलिया जनपद को पहले से ही छोटा बताते हुए इसे और तोड़ने पर अपनी आपत्ति जताई थी।

जनपद के सृजन हेतु न्यूनतम मापदंड

- जनसंख्या - 15 लाख

- क्षेत्रफल- पांच हजार वर्ग किमी

-तहसील की संख्या- तीन

- ब्लाक की संख्या - 10

- थानों की संख्या - 12

- लेखपालों की संख्या- 300


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