ग्रामीणों ने प्रशासन को दिखाया आईना
बिल्थरारोड (बलिया): हाईटेंशन तार में सटकर खाक हुई यूरिया लदी ट्रक हादसे के आठ दिन बाद शुक्रवार तक प्रशासन ने कोई सुधि नहीं ली। इसके कारण प्रभावित आवागमन से अजीज ग्रामीणों ने स्वयं ही पहल कर बंधे से सटे रास्ते पर पत्थर व मिट्टी की बोरी डाल वैकल्पिक रास्ता बना दिया। इस मार्ग पर हादसे के बाद बीच सड़क पर खड़ी जली ट्रक के कारण आवागमन पूरी तरह से प्रभावित था। गुरुवार की सुबह ही कई लोग बगल से बाइक निकालने के दौरान गिर कर चोटिल हो गए। अधिकांश वाहन बंधे से नीचे नदी की तरफ गिरते गिरते बच गए। हाहा नाला, छोटकी टंगुनिया, चैनपुर, गुलौरा, मठिया, खैरा, महुआतर व विशुनपुरा आदि गांवों तक जाने का यहीं एक मार्ग है। जिसके कारण लोगों इस रास्ते से गुजरना मजबूरी बन गई है। गांव के प्रेमप्रकाश पाण्डेय, प्रेमशंकर पाण्डेय, बृजेश, अनिरूद्ध यादव व उदय यादव आदि ने पहल करते हुए मिट्टी की बोरी व बंधा किनारे पड़ा पत्थर लाकर ट्रक से सटे बंधे को चौड़ा कर वैकल्पिक रास्ता बना डाला। इससे यह मार्ग काफी हद तक ठीक हो गया। आठ अगस्त की सुबह नौ बजे के आसपास टंगुनिया साधन सहकारी समिति के लिए यूरिया से लदी ट्रक हाईटेंशन तार की चपेट में आने से खाक हो गई थी। इसके बाद से इस ट्रक को हटाने की पहल नहीं की गई। इससे आम जनता को काफी परेशानी का सामाना करना पड़ता था।