सिसोटार गांव में आग की तबाही, कई झोपड़ियां राख
सिकंदरपुर (बलिया) : सीसोटार गांव में मंगलवार की रात आग ने जमकर तबाही मचाई। इस घटना में डेढ़ दर्जन से अधिक रिहायशी झोपड़ियों में रखा लाखों का सामान नष्ट हो गया। आग की चपेट में आने से एक जर्सी गाय तथा आधा दर्जन बकरियां जल मरीं। साथ ही सामान हटाने के प्रयास में एक महिला झुलस गई। उसे गंभीर होने पर चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। घटना का कारण चूल्हे की राख से निकली चिंगारी बताई जा रही है।
रात में गांव के राजभर बस्ती में लोग गहरी नींद में सो रहे थे। मध्य रात में दुखी राजभर की झोपड़ी के बाहर फेंकी गई राख से निकली चिंगारी पल भर में शोला बन गई। आग की उठती लपटों के कारण परिवार के सदस्यों की नींद टूट गई और वह शोर मचाने लगे। इस दौरान आग शिवधारी, श्यामबिहारी, उमा, मनन, रंगीला, लीवर, रामपति तथा गनेशिया देवी की झोपड़ियों तक फैल गई। आनन-फानन में लोग बस अपनों को बचाने में लग गए। आग की उठती लपट व लोगों का शोर शराबा सुनकर गांव के लोग दौड़ पड़े। किसी तरह से आग को बुझाने का प्रयास किया गया। तब तक झोपड़ियां में रखा कपड़ा, अनाज, टीवी, नकदी, जेवर तथा अन्य घरेलू सामान जल कर नष्ट हो गए। आग में घिर कर उमा की गाय, मन्नन व दुखी की पांच बकरियां झुलस कर मर गईं। सामान हटाने के प्रयास में गनेशिया आग में घिर कर झुलस गई। श्याम बिहारी के दो लड़कियों के दहेज का सामान भी भस्म हो गया। सूचना पाकर थानाध्यक्ष राजेश यादव फायर ब्रिगेड की गाड़ी के साथ मौके पर पहुंच गए। फायर ब्रिगेड के जवानों ने घंटों प्रयास कर आग पर किसी प्रकार काबू पाया।
रसड़ा प्रतिनिधि के अनुसार दुगाई गांव में अचानक लगी आग से एक रिहायशी झोपड़ी राख हो गई। उसमें रखा हजारों रुपये का घरेलू सामान राख हो गया। दिनेश राजभर की रिहायशी झोपड़ी में रात में अचानक आग लग गई। आग पर जब तक काबू पाया जाता तब तक झोपड़ी जलकर राख हो गई।
मदद के लिए बढ़े हाथ
सीसोटार गांव में मंगलवार की रात में हुए भीषण अग्निकांड के पीड़ितों को सहायता का हाथ उठने लगे हैं। प्रधान प्रतिनिधि विश्राम यादव ने मौके पर पहुंच पीड़ितों को सांत्वना देने के साथ ही उनके भोजन और रहने की व्यवस्था करा उनका दर्द कम करने की कोशिश हुई। इसी क्रम में तहसीलदार सिकंदरपुर गुलाम सरवर ने पीड़ितों से भेंट की साथ ही हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।