लघु एवं सीमांत किसानों को दी जाए तरजीह
बहराइच : निरक्षरता और निर्धनता किसानों के पिछड़ेपन का मुख्य कारण हैं। जिले के 80 फीसद किसानों को आर्थ
बहराइच : निरक्षरता और निर्धनता किसानों के पिछड़ेपन का मुख्य कारण हैं। जिले के 80 फीसद किसानों को आर्थिक मदद की दरकार है। जिलाधिकारी सत्येन्द्र सिंह ने बुधवार को फसल अनुसंधान केंद्र पर आयोजित एक दिवसीय किसान मेले में लघु एवं सीमांत किसानों के विकास को पहली प्राथमिकता बताया।
आत्मा योजना के अन्तर्गत जनपद स्तरीय रबी गोष्ठी/किसान मेला/कृषक वैज्ञानिक संवाद को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी सत्येन्द्र सिंह ने कहा कि किसानों को समय पर आर्थिक मदद मिल सके, इसके लिए उन्होंने लीड बैंक प्रबंधक को पांच वर्ष का क्रेडिट प्लान तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जनपद स्थित 150 शाखाओं के माध्यम से विजन 20-20 के तहत प्रति वर्ष पांच हजार करोड़ रुपये का ऋण दिलाये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिलाधिकारी ने सभी विभागों से आहवान किया कि योजनाओं को संचालित करते समय लघु एवं सीमांत किसानों को विशेष तरजीह दी जाए।
समूह गठन कर करें विकास
गोष्ठी में आए किसानों से जिलाधिकारी ने अपील की कि कृषि उद्यान एवं पशुपालन आधारित स्वयं सहायता समूहों का गठन करें। इससे किसानों को ऋण प्राप्त करने में तो आसानी होगी ही, एक साथ कई परिवारों का विकास हो। उन्होंने लीड बैंक प्रबंधक को निर्देश दिया कि किसानों को समय से ऋण उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि किसान क्रेडिट कार्ड के आवेदनों पर 48 घंटे में प्रकिया पूरी कर भुगतान हो जाना चाहिए।
बख्शे नहीं जाएंगे दोषी
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि किसानों का किसी भी सूरत में शोषण नहीं होने दिया जाएगा। तीन दिन के अंदर सभी धान केंद्र संचालित हो जाएंगे। इसके लिए सभी एसडीएम को नियमित रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिये गये। इसी तरह से जनपद में गन्ना क्रय केंद्रों का व्यवस्थित संचालन करने के निर्देश दिये गये हैं।
सम्मानित हुए किसान
गोष्ठी में जनपद में सर्वाधिक उपज प्राप्त करने वाले किसानों राम केवल गुप्त, शैलेन्द्र अवस्थी, राम फेरन पाण्डेय,हनुमान प्रसाद शर्मा आदि प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया।
किसानों की तरक्की पहली प्राथमिकता
गोष्ठी को संबोधित करते हुए सपा जिलाध्यक्ष रामतेज यादव ने का कि किसान प्रदेश सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में है। उन्होंने किसानों का आहवान किया कि प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उठाकर तेजी से तरक्की करें।
इससे पहले जिलाधिकारी ने फीता काटकर कृषि मेले का उद्घाटन किया। उन्होंने मौजूद अधिकारियों व गणमान्य नागरिकों के साथ कृषि रक्षा, भूमि संरक्षण, पीसीएफ, यूपीएग्रो, इफको, गन्ना उद्यान, रेशम,पशु चिकित्सा, मत्स्य, पंचायती राज, दुग्ध विकास आदि विभागों की ओर से लगाये गये प्रदर्शनी पंडालों का अवलोकन किया। इस मौके पर मुख्य राजस्व अधिकारी यूएस उपाध्याय, लीड बैंक प्रबंधक राजेश कुमार, जिला कृषि अधिकारी डॉ.धर्मराज सिंह, गन्ना अधिकारी राम किशन, वीपी सिंह, जावेद वसीम, महेश कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी, कृषि वैज्ञानिक व किसान मौजूद रहे। गोष्ठी का संचालन उप निदेशक कृषि अनिल सागर ने किया।