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103 गांवों में तबाही का मंजर, बालक की डूबकर मौत

बहराइच : जिले में बाढ़ का पानी धीरे-धीरे घटने लगा है। जलस्तर घटने के साथ संक्रामक रोगों के फैलने का

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Aug 2017 11:58 PM (IST)Updated: Sat, 19 Aug 2017 11:58 PM (IST)
103 गांवों में तबाही का मंजर, बालक की डूबकर मौत
103 गांवों में तबाही का मंजर, बालक की डूबकर मौत

बहराइच : जिले में बाढ़ का पानी धीरे-धीरे घटने लगा है। जलस्तर घटने के साथ संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा बढ़ गया है। बैराजों से पानी छोड़े जाने से हालात पूर्व की तरह होने में रूकावटें आ रही है। बेलहा बेहरौली व रेवली आदमपुर तटबंध बाढ़ पीड़ितों के लिए शरण स्थल बने हुए है। समाजसेवी व दानवीर पीड़ितों के मदद के लिए आगे आ रहे है। कैसरगंज के बभननपुरवा में पानी में डूबने से एक बालक की मौत हो गई। प्रशासन की मदद पीड़ितों के लिए ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। 103 गांवों के तकरीबन साढ़े पांच सौ मजरे अभी भी बाढ़ के पानी से घिरे है।

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जलस्तर घटने के बाद अभी भी तकरीबन 50 से अधिक मजरे बाढ़ के पानी से पूरी तरह घिरे हुए है। चारों ओर भरे पानी से गांवों के हालात संभल नहीं रहे हैं। पचदेवरी माझादरियाबुर्द, चुरईपुरवा, पिपरी, पिपरा, कायमपुर, जर्मापुर, गोलागंज, नागेसरपुरवा, सिसैया, तारापुरवा, प्रधानपुरवा, छत्तरपुरवा, जुगुलपुरवा, नकाही, पूरे दिलदार¨सह, धनावा, डिहवा, जंगलपुरवा, गौरिया, पारा, रानीबाग, चकदहा, गलकारा, मुड़खलिया समेत कई गांव अब भी बाढ़ के पानी से घिरे हैं। गौरिया, बांसगढ़ी, बकैना, केवलपुर, माझादरिया, कायमपुर, जर्मापुर समेत 10 से अधिक संपर्क मार्गों पर बाढ़ का पानी भरा है। जलस्तर कम होने के साथ कटान फिर शुरू हो गई है। बरुहा कोड़र निवासी रामजीत, राममिलन, खेलावन, बेलास के आशियानें धारा में विलीन हो गए। तकरीबन 15 बीघे जमीन लहरों की भेंट चढ़ गई। कटान पीड़ित परिवार गृहस्थी समेट चहलारीघाट स्थित गाइड तटबंध पर शरण ले रहे हैं। एसडीएम नागेंद्र कुमार ने समेत अन्य बाढ़ से घिरे गांवों में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। बाढ़ पीड़ितों की मदद के हरसंभव उपाय किए जा रहे है। बौंडी के बाढ़ प्रभावित रानीबाग, अटोडर, कुट्टीबाग, तारापुरवा, छत्तरपुरवा गांवों में पीड़ित मनोरथ, मंगली प्रसाद, सीताराम, रामचंद्र, संवारे, केशवराम, रामफल, बाबादीन, दिलेराम का कहना है कि प्रशासन द्वारा ना ही लंच पैकेट बंटवाया जा रहा है न ही राशन। मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र में बाढ़ गुजरने के बाद लोग अब गृहस्थी संवारने में जुटे है। संपर्क मार्ग बदहाल होने से लोगों को आने जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

पानी में डूब कर बालक की मौत

कैसरगंज : थाना क्षेत्र के गोड़हिया नंबर एक के मजरा बभनन पुरवा में अवनीश कुमार (7) पुत्र कामता प्रसाद नाना के घर मां के साथ रहता था। शनिवार शाम चार बजे वह घर के पास सर्रादास कुट्टी पुल के पास खेल रहा था। खेल खेल में अचानक उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में डूब गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों की मदद से बालक के शव को पानी से निकाला गया। लेखपाल चंद्रराज पांडेय ने पीड़ित परिवारीजनों को ढांढस बंधाया। घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी।

पीड़ितों की मदद में आगे आ रहे दानवीर

बौंडी : बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए समाज सेवी व दानवीर आगे आ रहे है। बौंडी थानाध्यक्ष जितेंद्र बहादुर ¨सह ने हमराहियों के साथ बाढ़ प्रभावित गांव सिलौटा पहुंच कर लंच पैकेट बाढ़ पीड़ितों को वितरित किया। थानाध्यक्ष कहा कि बाढ़ एक दैवीय आपदा है। इसे रोकना मुश्किल है। विभीषिका झेल रहे पीड़ितों की सहायता कर उनके दुख दर्द को बांटा जरूर जा सकता है।

बीमारियों ने पसारे पांव

महसी : बाढ़ प्रभावित तारापुरवा गांव के रहने वाले जानकी ने बताया कि उनका पूरा गांव अब भी बाढ़ के पानी से घिरा है। लोग तटबंध पर शरण लिए गुजर बसर कर रहे हैं। उन्होंने बताया की वह बुखार से पीड़ित हैं। जाड़ा लगने के बाद तेज बुखार आ जाता है। शरीर कांपने लगता है। कहा कि गांव के संदीप (4), शनि (3), सिद्धि (4), रूबी (14), धर्मेंद्र (25), पार्वती (5), सुनीता (8), प्रदीप (10) व सुखराना (60) तेज बुखार से पीड़ित हैं। स्वास्थ्य टीम नहीं पहुंची है। चून्नीलालपुरवा की कान्ती (15) तेज बुखार से पीड़ित है। बदनपुरवा के बाढ़ पीड़ित दिलराज ¨सह ने बताया कि उनके घर में राजेश (32) व किरन (3) तेज बुखार से पीड़ित हैं। गांव के कई अन्य बच्चे तेज बुखार व उल्टी-दस्त से पीड़ित हैं। फखरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ प्रत्युष ¨सह ने बताया कि बौंडी, गोलागंज, भौंरी, शारदा¨सहपुरवा में कैंप लगाकर लोगों के स्वास्थ्य जांच की जा रही है। दवाइयों का वितरण किया गया है।

संक्रामक रोगों से बचाव के लिए स्वास्थ्य शिविर

बौंडी : बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में पानी घटने के बाद संक्रामक रोगों की आशंका के मद्दे नजर स्वास्थ्य विभाग बाढ़ राहत चौकियों, स्वास्थ्य केंद्रों व गांवों में स्वास्थ्य शिविर लगा रहा है। फखरपुर सीएचसी प्रभारी डॉक्टर प्रत्यूष ¨सह ने स्वयं बौंडी पीएचसी पर स्वास्थ शिविर लगा बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। गोलागंज, राठौरनपुरवा, जोगापुरा व महरापुरवा में लगे शिविर में 802 लोगों की सेहत जांची गई। 2000 क्लोरीन की गोली व 600 ओआरएस पैकेट वितरित किये गये। शिविर में डॉ सुषमा दुबे, डॉ विवेक रंजन, फार्मासिस्ट हरीश मिश्रा, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक रमेश ¨सह, कृष्ण मुरारी, ओंकार ¨सह समेत अन्य मौजूद रहे।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. आरबी यादव ने बताया कि उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पीके बाछिल, डॉ. संजीव कुमार, डॉ. अनिल कुमार ने शिवपुर ब्लॉक के पंचायत भवन इमामगंज, कुसुपुरवा, बेहड़ा, घसियामोड़ बलहा ब्लॉक के गायघाट, मोतीपुर के गोपिया बैराज समेत अन्य स्थानों पर शिविर लगाकर बाढ़ प्रभावित लोगों का उपचार कर दवाएं वितरित की गई।

बैराजों से छोड़ा गया पानी

गिरिजापुरी बैराज 111207 क्यूसेक

गोपिया 12888

शारदा 39395

बनबसा 64582


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