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खालिदपुर में ज्यादातर घरों में शौचालय ही नहीं

बहराइच : फखरपुर ब्लॉक का ग्राम पंचायत खालिदपुर जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूरी पर बहराइच लखनऊ राष

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Jun 2017 12:19 AM (IST)Updated: Wed, 28 Jun 2017 12:19 AM (IST)
खालिदपुर में ज्यादातर घरों में शौचालय ही नहीं
खालिदपुर में ज्यादातर घरों में शौचालय ही नहीं

बहराइच : फखरपुर ब्लॉक का ग्राम पंचायत खालिदपुर जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूरी पर बहराइच लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है। हाईवे से जुड़ा होने के बावजूद भी गांव में विकास योजनाएं कागजों पर सिमटी नजर आती हैं। गांव में कदम-कदम पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। जलनिकासी की व्यवस्था न होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। फखरपुर कस्बे का हिस्सा होने के बावजूद कई लोगों के घरों में शौचालय सुविधा नहीं है। सड़कों की भी मरम्मत नहीं कराई गई है। रविवार को जागरण प्रतिनिधि ने ग्रामवासियों का हालचाल जाना। प्रस्तुत है रिपोर्ट -

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हर ओर लगे हैं गंदगी के ढेर

फखरपुर ब्लॉक के खालिदपुर में हर सड़क के किनारे कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। बबलू ¨सह ने बताया कि फखरपुर कस्बा खालिदपुर समेत पांच ग्राम पंचायतों से जुड़ा है लेकिन यहां पर सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के पुख्ता इंतजाम नदारद हैं। इम्तियाज अली उर्फ लड्डन नेता ने बताया कि नियमित सफाई न होने से स्थिति बदतर होती जा रही है। जलनिकासी व्यवस्था पर सबसे पहले काम होना चाहिए।

शौचालय निर्माण अधूरा

गांव में स्वच्छता अभियान की हकीकत का अंदाजा शौचालयों की संख्या से लगाया जा सकता है। ग्रामीण परशुराम ने बताया कि गांव में अधिकांश घरों में शौचालय की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इससे लोग बाहर खुले में शौच का जा रहे हैं। सरकार को शौचालय निर्माण की ओर ध्यान देना चाहिए। ग्राम पंचायत में लोग स्वच्छ पेयजल की किल्लत का सामना कर रहे हैं। गांव में कई इंडिया मार्का हैंडपंप खराब पड़े हैं। हैंडपंप मरम्मत कार्य की उपेक्षा किए जाने से समस्या बढ़ती जा रही है। दूषित पेयजल स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है।

मनरेगा में नहीं मिल रहा रोजगार

गांव के जरूरतमंदों को गांव में रोजगार मुहैया कराने के लिए लिए संचालित मनरेगा योजना कारगर नहीं साबित हो रही है। ग्रामीण इमरान ने बताया कि सड़क पटाई कार्य के लिए दूसरे ग्राम पंचायतों के मजदूरों को ठेका देकर गांव में काम कराया जाता है। वहीं गांव के जरूरतमंद मुंह ताकते रह जाते हैं। इसकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है।

आवास योजना में पात्रों की अनदेखी

राजाराम चौधरी, सुरेश चौहान, गुरुदीन चौहान आदि ने बताया कि आवास वितरण में पात्रों की अनदेखी की गई है। वहीं अपात्रों को आवास का लाभ दिया गया है। अधिकारियों की टीम बनाकर इसकी जांच कराई जानी चाहिए।

जर्जर सड़कें बढ़ा रहीं परेशानी

शिवाजी कश्यप, वीरू चौहान, पंकज निगम ने बताया कि गांव की सड़कें पूरी तरह से जर्जर हो गई हैं। इन पर चलना जान जोखिम में डालने से कम नहीं है। कई सालों से सड़क की मरम्मत नहीं कराई गई है।

इनसेट

चित्र परिचय - 27बीआरएच025 ग्राम प्रधान मुमताज

क्या कहते हैं ग्राम प्रधान

खालिदपुर के ग्राम प्रधान मुमताज ने बताया कि गांव में उपलब्ध संसाधनों से साफ सफाई कराई जाती है । सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखना प्रत्येक नागरिक की भी जिम्मेदारी है। 25 शौचालय की स्वीकृति मिली थी जो पूरा करा दिया गया है। जरूरतमंदों को ही आवास का आवंटन किया गया है। पेयजल व सड़क की समस्याओं का भी समाधान कराया जाएगा।


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