दावों की पोल खोलतीं गड्ढायुक्त सड़कें
बहराइच : खबर के साथ छपी फोटो पर गौर फरमाइए। यह फखरपुर से भग्गड़वा जाने वाली सड़क है। मार्ग पर बने गड्ढ
बहराइच : खबर के साथ छपी फोटो पर गौर फरमाइए। यह फखरपुर से भग्गड़वा जाने वाली सड़क है। मार्ग पर बने गड्ढे और उसमें भरा पानी योगी सरकार के गड्ढामुक्त दावों की पोल खोल रही हैं। सड़क की हालत यह है कि गड्ढे ही गड्ढे दिखाई दे रहे हैं। ऐसा नहीं है कि इस मार्ग पर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों का आना-जाना नहीं होता है। इसके बाद भी सड़क की दुर्दशा से लोग बेखबर हैं।
फखरपुर थाने से डफरापुर जाने वाला मार्ग पूरी तरह गड्ढा मुक्त सड़कों की पोल खोल रहा है। वर्षों से उपेक्षित सड़क पर चलना दूभर हो रहा है। जगह-जगह गड्ढे दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। खस्ताहाल सड़कों से जहां क्षेत्र का विकास ठहर सा गया है वहीं राहगीरों के लिए सड़क मुसीबत से कम नहीं है। आसपास के लोगों का कहना है कि चुनाव के समय नेताओं ने सड़क निर्माण का वादा किया था, लेकिन चुनाव जीतने के बाद शायद वह अपने वादे को भूल गए। प्रदेश सरकार ने 15 जून तक सड़कों को गड्ढामुक्त कराने की घोषणा की तो एक बार फिर लोगों में उम्मीद जगी कि सड़क उमदा हो जाएगी, लेकिन समय बीत गया, सड़क की स्थिति जस की बनी रही। ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क मरम्मत के लिए कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन मरम्मत कार्य नहीं किया गया। यही नहीं फखरपुर सीएचसी से टेंडवा महंत जाने वाली सड़क भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त है। ग्रामीणों का कहना है कि जर्जर सड़क पर उजड़ी पड़ी गिट्टियां पैरों में चुभ रही हैं। गड्ढों भरी सड़क पर साइकिल से भी नहीं चला जा सकता है। राजेश तिवारी बताते हैं कि इन सड़कों पर प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों तक का ध्यान नहीं जा रहा है। सुभाष दीक्षित कहते हैं कि मार्ग की मरम्मत न होने से छात्र-छात्राओं व राहगीरों की डगर खतरों से भरा रहता है। घनश्याम ¨सह कहते हैं कि सड़क पर दो पहिया वाहन से चलना भी मुश्किल हो रहा है। महेश त्रिपाठी कहते हैं कि नई सरकार बनने के बाद गड्ढा मुक्त करने का दावा किया गया था, लेकिन इसे दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि ब्लॉक की एक सड़कें भी गड्ढामुक्त नहीं हो सकी।