12 घंटे तक अंधेरे में रही 20 हजार की आबादी
बहराइच : शहर में बिजली की आपूर्ति दिनोंदिन बदहाल होती जा रही है। भूमिगत केबल में आने वाले फाल्ट को प
बहराइच : शहर में बिजली की आपूर्ति दिनोंदिन बदहाल होती जा रही है। भूमिगत केबल में आने वाले फाल्ट को पकड़ने में विभागीय कर्मी पस्त हो रहे है। विद्युत उपकेंद्र के कर्मचारी फोन तक नहीं उठाते है। गर्मी में लोगों का बिजली के बिना हाल बेहाल हो जाता है। डीएम चौराहा स्थित विद्युत उपकेंद्र से माधवरेती की ओर बिजली आपूर्ति की जाती है। इससे सूफीपुरा, माधवपुरी, घोसियाना और कटी तक के क्षेत्र में तकरीबन 20 हजार की आबादी आती है। पिछले कुछ दिनों में इस लाइन में गड़बड़ियों की शिकायतें बढ़ गई है। विशेषकर 11 हजार की लाइनों में समस्याएं ज्यादा है। गुरुवार रात 11 बजे के आसपास बिजली गुल हो गई। लोगों को उम्मीद थी कि कुछ देर में आपूर्ति बहाल हो जाएगी। बिजली किस कारण से गुल हुई। इसकी जानकारी के लिए जब उपभोक्ताओं ने उपकेंद्र पर फोन मिलाया तो फोन नहीं उठा। रात से सुबह हो गई लेकिन आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई। इस बीच उपकेंद्र का फोन भी बंद हो गया। पूरी रात लोगों ने जाग कर बिताई। घरों में आपूर्ति के वैकल्पिक प्रबंध इंवर्टर डिस्चार्ज हो गए। जनरेटर के शोर से आसपास रहने वाले लोग परेशान रहे। शुक्रवार सुबह तक बिजली ने आने से घरों में पानी की समस्या भी गहरा गई। लोग मुहल्लों में लगे जल निगम के इंडिया मार्का टू हैंडपंप से पानी भरकर घर ले जाते हुए देखे गए। दिन में 11 बजे के बाद बिजली की बहाली हो पायी। 12 घंटे तक क्षेत्रवासी अंधेरे में रहे। विभागीय सूत्रों के मुताबिक भूमिगत केबल में आने वाले फाल्ट को पकड़ने में कर्मियों में दक्षता की कर्मी है। अधिशासी अभियंता आरिफ अहमद ने बताया कि भूमिगत केबल में फाल्ट आने से आपूर्ति प्रभावित हुई। शहर में भूमिगत केबल को उर्जीकृत किया जा रहा है। जल्द ही कर्मी भी इस तरह के कार्यों को करने में प्रशिक्षित हो जाएंगे।