गम के समंदर में डूबे परिवार, मंद पड़ी बूटों की धमक
बहराइच : बौंड़ी थाना क्षेत्र के भौंरी गांव में दो बालकों की मौत के बाद परिवार गम के समंदर में डूबा है
बहराइच : बौंड़ी थाना क्षेत्र के भौंरी गांव में दो बालकों की मौत के बाद परिवार गम के समंदर में डूबा है। दो दिनों तक गहमागहमी का माहौल रहा। देर शाम पुलिस व राजस्व कर्मियों की मौजूदगी में दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार कराया गया। स्थिति सामान्य देख पुलिस ने खनन स्थल व गांव के आसपास खड़ी बालू लदी ट्रैक्टर-ट्रालियों को मौके से रवाना कर दिया। खनन स्थल को छोड़कर ठेकेदार व उनके कर्मी फरार हो गए हैं। यहां भी सन्नाटा पसरा है। एहतियाती तौर पर गांव में पुलिस तैनात है, लेकिन पीएसी के जवानों को हटा दिया गया है।
बौंड़ी के भौंरी गांव स्थित घाघरा के कछार में खनन स्थल के निकट गांव के करन (10) पुत्र चेतराम का शव बालू के बीच पटा पाया गया था। उसके साथ गए गांव के ही रहमत अली का 12 वर्षीय बेटे निसार का शव गुरूवार की भोर खनन स्थल से कुछ दूर घाघरा नदी के नाले में मिला। घटना के विरोध में बुधवार को ग्रामीणों ने खनन स्थल पर बनी झोपड़ी में आग लगा दी थी। साथ ही जेसीबी मशीन में तोड़फोड़ की थी। घटना के बाद पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया था। बालू लदी ट्रैक्टर-ट्रालियों की लाइन लग गई थी। दो दिनों तक गहमागहमी का माहौल बना रहा। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी डेरा डालकर स्थिति को सामान्य बनाने में जुटे थे। शुक्रवार को हालात पूरी तरह सामान्य रहा। बूटों की धमक भी मंद रही। चंद सिपाही चहलकदमी करते जरूर नजर आए। थाना प्रभारी अटल बिहारी ठाकुर ने गांव पहुंचकर खनन स्थल पर तीन दिनों से खड़ी बालू लदी ट्रालियों को रवाना कर दिया। ट्रालियों के छोड़े जाने के बाद ट्रैक्टर चालकों ने राहत की सांस ली। थाना प्रभारी ने बताया कि स्थिति पूरी तरह सामान्य है। एहतियात के तौर पर चौकसी बरती जा रही है। गांव में सिपाहियों को तैनात किया गया है।