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बाढ़ से बिगड़े हालात, 100 गांव चपेट में

बहराइच : नेपाल से छोड़े गए पानी से जिले के मिहींपुरवा, बलहा, शिवपुर, महसी, फखरपुर, कैसरगंज व जरवल ब्

By Edited By: Published: Thu, 28 Jul 2016 08:57 PM (IST)Updated: Thu, 28 Jul 2016 08:57 PM (IST)

बहराइच : नेपाल से छोड़े गए पानी से जिले के मिहींपुरवा, बलहा, शिवपुर, महसी, फखरपुर, कैसरगंज व जरवल ब्लॉकों के 100 से अधिक गांव जलमग्न हैं। गुरुवार को गांवों में पानी जरूर कम हुआ, लेकिन ग्रामीणों की दुश्वारियां कम नहीं हुई। खाने का संकट गहरा गया है। नाव पर गृहस्थी समेटकर लोग सुरक्षित स्थानों की ओर आगे बढ़ रहे हैं। बनबसा, गिरिजापुरी, शारदा व गोपिया बैराजों से 3,13,939 क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा गया है। पानी छोड़े जाने के बाद घाघरा सरयू नदी का जलस्तर अभी भी लोगों पर कहर बनकर टूट रहा है। घाघरा का जलस्तर खतरे के निशान से 37 सेमी ऊपर बह रहा है।

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नानपारा संवादसूत्र के मुताबिक बाढ़ से घिरे कई गांवों में पानी कम हो गया है। शिवपुर, किसानपुरवा, पूसूपुरवा पानी में जलमग्न है। प्रशासन ने यहां लोगों के आने-जाने के लिए चार नावें लगा रखी हैं। कैसरगंज संवादसूत्र के अनुसार तहसील क्षेत्र में घाघरा नदी की बाढ़ का कहर जारी है। सैकड़ों लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं। ग्राम गोड़हिया नंबर तीन के वकील बंगला, सरपट रेती, गड़रियनपुरवा, सुकईपुरवा, मथुरापुरवा नई आबादी व गजराज ¨सहपुरवा पूरी तरह से बाढ़ के पानी से घिर गये हैं। ग्रामवासियों ने प्रशासन से नाव लगाने की गुहार लगाई है। ग्राम प्रधान राजरानी यादव ने बताया कि कई गांव बाढ़ के पानी से घिर गये हैं, लेकिन कोई सुधि लेने वाला नहीं है। ग्राम वकील बंगला, गड़रियनपुरवा व नियामतपुर गांव में बाढ़ का पानी घरों में भर गया है। लोगों को प्रशासनिक सहायता की दरकार है। उन्होंने बताया कि ग्यारह सौ रेती म ं प्राथमिक विद्यालय तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। संपर्क मार्गों पर पानी भरा हुआ है। जिला पंचायत सदस्य हंसराम यादव ने बताया कि बाढ़ का पानी लगातार बढ़ता जा रहा है। हालाकि प्रशासन की ओर से आवागमन के लिए नावें लगाई गयी हैं, लेकिन वे नाकाफी हैं। बौंडी संवादसूत्र के अनुसार घूरदेवी स्पर पर घाघरा का जलस्तर 112.530 सेमी पर बह रहा है। कायमपुर, गोलागंज, पिपरी, राठौरनपुरवा, नगेशरपुरवा, मंगरवल गांव बाढ़ के पानी से घिरे हैं। बाढ़ में फंसे लोग गृहस्थी समेटकर सुरक्षित स्थानों पर पलायन कर रहे हैं। गोलागंज, कायमपुर व पिपरी के संपर्क मार्ग बाढ़ के पानी से अवरुद्ध हो गए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों का कहना है कि प्रशासन द्वारा मुहैया कराया जा रहा लंच प केट नाकाफी साबित हो रहा है। गोलागंज व कायमपुर में कटान जारी है। कृषि योग्य भूमि को लगातार घाघरा की लहरें काट रही हैं। घूरदेवी स्पर पर घाघरा का जलस्तर 112.460 रिकार्ड किया। नदी खतरे के निशान से 37 सेमी ऊपर बह रही है। बाढ़ व कटान में अपना सब कुछ गवां चुके पीड़ित बेलहा-बहरौली तटबंध पर तिरपाल-पन्नी के नीचे अपना जीवन काट रहे हैं।

इनसेट

एसडीएम ने लिया राहत व बचाव कार्यों का जायजा

बौंडी : गुरुवार को एसडीएम एसपी शुक्ल ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र पिपरी, कायमपुर, गोलागंज, बौंडी, घूरदेवी का निरीक्षण किया। उन्होंने बाढ़ चौकियों का जायजा लिया तथा राजस्व कर्मियों को राहत व बचाव कार्य में तेजी लाने को कहा। एसडीएम ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार राहत व बचाव कार्य करवाए जा रहे है। बाढ़ चौकियों पर सतर्कता बरतने के निर्देश राजस्वकर्मियों को दिए गए हैं । लंच पैकेट व तिरपाल बंटवाए जा रहे है। एसडीएम ने बौंडी व घूरदेवी स्पर का भी निरीक्षण किया।

नदी के उस पार के गांवों में नहीं पहुंची राहत

बौंडी : बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एक भी स्टीमर न होने से गोलागंज ग्रामपंचायत के नदी के उस पार के गांवों में राहत सामग्री भिजवाने में राजस्व कर्मियों के पसीने छूट रहे हैं। ग्राम प्रधान गोलागंज ओमकार ¨सह ने बताया की उस पार के मजरे रामघाट कोडर, लोनियनपुरवा में राहत सामग्री भिजवाने के लिए मोटरबोट की आवश्यकता है। इसकी सूचना एसडीएम को दी गई है, किन्तु अभी तक मोटरबोट की व्यवस्था नहीं हो सकी है।


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