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गोलागंज व कायमपुर की ओर बढ़ रही घाघरा

बहराइच : घाघरा का बढ़ रहे जलस्तर से तटवर्ती गांवों में कटान का खतरा बढ़ता जा रहा है। घाघरा की लहरें

By Edited By: Published: Thu, 23 Jun 2016 11:54 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jun 2016 11:54 PM (IST)

बहराइच : घाघरा का बढ़ रहे जलस्तर से तटवर्ती गांवों में कटान का खतरा बढ़ता जा रहा है। घाघरा की लहरें गोलागंज व कायमपुर के अस्तित्व को मिटाने के लिए आगे बढ़ती जा रही हैं। कटान के भय से गांव के लोग अपने आशियाने को खुद अपने हाथों से उजाड़ रहे हैं। सुरक्षित स्थान के लिए पलायन कर रहे हैं। लल्लू, नारायण, रामदास निरंजन व रमेश के घर नदी में समाहित हो चुके हैं।

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महसी तहसील के ग्राम पंचायत गोलागंज व कायमपुर की कई बीघे कृषि योग्य जमीन नदी की बेरहम लहरों ने अपने आगोश में ले लिया है। अब तक 15 बीघे जमीन कट चुकी है। जल स्तर बढ़ने के साथ तटवर्ती गांवों में कटान के साथ बाढ़ का खतरा भी मंडराने लगा है। बेलहा-बेहरौली तटबंध की सुरक्षा के लिए बनाए गए स्पर भी खस्ताहाल हो चुके हैं। स्पर का मरम्मत कार्य अभी आधा-अधूरा पड़ा है। पहाड़ों पर हो रही बारिश से घाघरा का जलस्तर बढ़ने लगा है। गोलागंज के राजेंदर, मूलचंद, सहज राम, दीनानाथ, ननकू, राम कुमार, अवधेश, अंबर, त्रिभुवन, नवरंगी लाल, निरंजन ¨सह, रमेश ¨सह, लल्लू ¨सह, बाबू ¨सह, मूले ¨सह, नारायण ¨सह, परशुराम, सुरेश कश्यप, भीखम ¨सह, पुताऊ, भारत, मूले की कृषि योग्य भूमि नदी की धारा में कट चुकी है। लल्लू, नारायण, रामदास निरंजन व रमेश के फुसहर घर भी नदी में समाहित हो चुके हैं।


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