आसमान से बरस रही आग, आमजन बेहाल
बहराइच : आसमान से आग बरस रही है। पारा 43 डिग्री पार कर चुका है। दोपहर होते ही सड़कें सूनी हो जाती ह
बहराइच : आसमान से आग बरस रही है। पारा 43 डिग्री पार कर चुका है। दोपहर होते ही सड़कें सूनी हो जाती हैं। लू के थपेड़े से लोग घरों में कैद हो जाते हैं। सुबह और शाम को ही घरों से बाहर निकलते हैं। बाजारों में चहल-पहल भी शाम को ही दिखती है। सड़कों से गुजरने वाले लोग छाता, चश्मा, रूमाल व हेलमेट लगाकर आ-जा रहे हैं। मौसम का यह रुख देख घर-घर में गर्मी के सितम को लेकर चर्चाएं दिन भर चलती रहती हैं। अप्रैल माह जैसे-जैसे सरक रहा है, जेठ की चिपचिपाती और सितम ढाती गर्मी का अहसास हो रहा है। इस बार की गर्मी ने तो पिछले एक दशक के सारे रिकार्ड को तोड़ दिए हैं। गर्मी से हाय तौबा मचा हुआ है। गर्मी के सितम के बीच बिजली की कटौती'कोढ़ में खाज'बनी हुई है।
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पानी को लेकर मचा हाहाकार
-भीषण गर्मी में पानी को लेकर आमजन में हायतौबा की स्थिति है। सुबह-शाम बिजली आने पर पानी आता है। नगरपालिका के अधिकांश ट्यूबवेल पर जनरेटर की सुविधा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में जब बिजली चली जाती है तो पानी की आपूर्ति ठप हो जाती है। गर्मी के मद्देनजर घरों में पानी की खपत बढ़ गई है। घर में लगे हैंडपंप और मुहल्लों में लगे इंडिया मार्का टू हैंडपंप पानी का सहारा हैं, लेकिन भूजल नीचे चले जाने के चलते कई घरों में लगा हैंडपंप भी धोखा दे रहा है।
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सूखने लगी सब्जियों की फसल
-गर्मी के चलते खेतों में बोई गई हरी सब्जियों की फसल प्रभावित हो रही है। गर्मी के मौसम में खेतों में खीरा, ककड़ी, लौकी, तरोई, कद्दू, बैंगन, घुइया जैसे हरी सब्जियां खेतों में बोई गई। दिन-प्रतिदिन गर्मी के चलते पानी की मांग इन सब्जियों में बढ़ रही है। ऐसे में हर रोज पानी की उपलब्धता किसान सुनिश्चित नहीं करा पा रहे हैं। कीर्तनपुर के किसान पुनीत कुमार ने बताया कि हर रोज सब्जियों में पानी लगाना संभव नहीं है। लागत अधिक आ रही है, बिजली रहती नहीं हैं। डीजल से ¨सचाई करनी पड़ रही है।
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स्कूल बंद करने की उठी मांग
-भीषण गर्मी को देखते हुए निजी और सरकारी स्कूलों को बंद करने की मांग जोर पकड़ रही है। बहराइच विकास मंच अध्यक्ष राजेश त्रिपाठी ने मांग की है कि जैसे ठंडक में अधिक ठंड पड़ने पर स्कूल बंद कर दिए जाते हैं, वैसे ही गर्मी के मद्देनजर स्कूलों को बंद कर दिया जाना चाहिए। बच्चे जब चिपचिपाती धूप में वापस घर आते हैं तो उनमें बीमार होने की आशंका बनी रहती है। अभिभावक स्कूलों की मनमानी के चलते अपने बच्चों को स्कूल भेजने को विवश हैं। फिलवक्त जिस तरह गर्मी पड़ रही है, उसे देखते हुए प्रशासन को खुद स्कूल बंद करने की पहल करनी चाहिए।
बेल शर्बत, पना व तरबूज बना रामबाण
गर्मी की भयावहता से लोग आजिज होते जा रहे हैं। आसमान से बरस रही आग के बीच बेल शर्बत, पना व तरबूज लोगों के लिए गर्मी से बचाव का रामबाण बने हुए हैं। इन दुकानों पर दोपहर में ग्राहकों की भीड़ देखते ही बनती है। गर्मी में बेल शर्बत, पना, तरबूज व गन्ने का रस लोगों को लुभा रहे हैं।