याद किए गए शहीद-ए-आजम
बहराइच : शहीद-ए-आजम सरदार भगत ¨सह की 108वीं जयंती स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भवन के सभागार में मनाई ग
बहराइच : शहीद-ए-आजम सरदार भगत ¨सह की 108वीं जयंती स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भवन के सभागार में मनाई गई। जिसकी शुरुआत अमर शहीद के चित्र पर पुष्पांजलि से हुई। इस मौके पर आयोजित विचार गोष्ठी में बहराइच विकास मंच के अध्यक्ष राजेश त्रिपाठी ने कहा कि भारत की आजादी में युवाओं का जज्बा और संघर्ष सदैव प्रेरणादाई बना रहेगा। उन्होंने कहा कि भगत ¨सह बचपन से क्रांतिकारी थे। उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत पर भगत ¨सह के शेर को उद्धृत कर श्रद्धांजलि दी। उसे ए फिक्र है हर दम नया तरजे जफा क्या है, हमें ये शौक है देखें सितम की इंतहा क्या है।
किसान डिग्री कॉलेज छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी ने कहा कि भगत ¨सह ने जो क्रांतिकारी विचार बोए थे वे अंग्रेजों को देश से खदेड़ने में सहायक बने। कर्मचारी नेता सरदार सरजीत ¨सह ने कहा कि जिन मूल्यों को लेकर भगत ¨सह सरीखे युवाओं ने सहादत दी थी, उन मूल्यों से हमारे लोकतांत्रिक रहनुमा भटक गए हैं। स्वतंत्रता सेनानी परिषद के महामंत्री रमेश मिश्र ने कहा कि भगत ¨सह के सपने अब भी अधूरे हैं। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता मोनू वाल्मीकि, किसान जागृत आंदोलन के प्रदेश अध्यक्ष इंद्र कुमार यादव, बछन्ने शुक्ल, नीरज ¨सह, चौधरी वीरेंद्र वाल्मीकि, मुकेश श्रीवास्तव, ओमप्रकाश श्रीवास्तव, राजेश बोट, शैलेंद्र राव, इंदर कश्यप, मेहंदी हसन तूफानी, आदित्यभान ¨सह आदि ने संबोधित किया। वक्ताओं ने शहीद पार्क में भगत ¨सह की प्रतिमा लगाने की मांग की।