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धरती हिली लोगों के दिल दहले, चार घायल

बहराइच : शनिवार को जो हुआ वह रोंगटे खड़ा कर देने वाला था। जिले के लोगों ने ऐसा नजारा पहले कभी नहीं दे

By Edited By: Published: Sun, 26 Apr 2015 12:14 AM (IST)Updated: Sun, 26 Apr 2015 12:14 AM (IST)

बहराइच : शनिवार को जो हुआ वह रोंगटे खड़ा कर देने वाला था। जिले के लोगों ने ऐसा नजारा पहले कभी नहीं देखा था। तराई में चढ़ती दोपहरी में जब धरती कांपी तब बहुत से लोगों को यह समझ ही नहीं आ रहा था कि आखिर हुआ क्या है, जिन लोगों ने धरती को हिलते पहली बार देखा वह डर के मारे बेहोश हुए जा रहे थे। देखते ही घरों, दुकानों, कार्यालयों के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई। अब तक एक बच्ची समेत चार लोगों के चोटहिल होने की खबर है।

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शनिवार सुबह पौने बारह बजे के करीब जिले में पहली बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। मकान, कार्यालय, दुकान सब हिलने से लोगों में अफरातफरी मच गई। जो जहां था वहीं से बाहर की ओर भागा। देखते ही देखते बड़ी संख्या में सड़कों पर लोग निकल आए। ऊंची इमारतों में रहने वाले लोगों की तो सांसे ही थम गई थी। स्कूलों में आनन फानन में बच्चों को कमरों से बाहर निकाला गया। झटका करीब एक मिनट तक रहा। इसके बाद दोपहर में दो हल्के झटके फिर से महसूस किए गए जिनका असर थोड़ी देर तक रहा। शहर के घंटाघर, गेंदघर, छावनी, डिगिहा, पानी टंकी चौराहा आदि जगहों पर लोगों की भारी भीड़ सड़कों पर उमड़ पड़ी। भूकंप के तेज झटकों से जिले में कई स्थानों पर भवनों की दीवार व छत में दरारें आ गईं। शहर के काजीपुरा निवासी मुस्तकीम के घर फर्श में दरार आ गईं। डर के मारे सभी लोग घरों से बाहर आ गए। एलआईसी कार्यालय में दीवार व छत के बीच भूकंप से बड़ी दरार बन गई। जरवल में भट्ठे की चिमनी दरकने से लोगों में भय का माहौल व्याप्त हो गया। रुपईडीहा थाने के दर्जीपुरवा में दीवार गिरने से एक साठ वर्षीय वृद्धा नूरजहां के पैर की हड्डी टूट गई। इलाज के लिए निजी चिकित्सक के यहां भर्ती कराया गया है। नगर के स्टीलगंज तालाब में राम आधार लोहिया के मकान में भूकंप से बड़ी दरार बन गई।

न्यायालय में रही अफरातफरी

शनिवार को न्यायालय परिसर में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब भूकंप के जोर से झटके लगे। सभी न्यायिक अधिकारी अदालत व चैंबर से बाहर आ गए। जिला जज के साथ सभी अधिकारी बाहर ही बैठे रहे। दूसरी तरफ जिला बार एसोसिएशन ने इस घटना के बाद न्यायिक कार्य से विरत रहने का ऐलान कर दिया। इसके बाद सारे न्यायिक कार्य ठप हो गए। वारकारियों को उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा। बाद में पता चला कि न्यायालय भवन में दरारें आने के साथ ही प्लास्टर भी टूट गया। इसके बाद सारा दिन न तो न्यायिक अधिकारी भवन में गए और न ही कर्मचारी, जिससे दिन भर न्यायिक कार्य बाधित रहा।

कार्यालय से बाहर निकल आए डीएम

भूकंप के झटके आने के समय कलेक्ट्रेट में डीएम अभय फरियादियों की समस्याएं सुनने में व्यस्त थे। झटके महसूस होते ही लोगों में डर पैदा हो गया। किसी दुर्घटना की स्थिति से बचने के लिए जिलाधिकारी ने कार्यालय से बाहर निकल आए। उन्होंने घंटे भर से अधिक समय तक परिसर में बाहर बैठक अपनी समस्याएं लेकर आए फरियादियों की शिकायतें सुनी और उनके प्रभावी निस्तारण का निर्देश दिया।

स्कूलों में कराई गई छुट्टी

भूकंप के झटके महसूस होते ही स्कूल में पढ़ाई कर रहे बच्चे चौंक व सहम गए। आसपास के चीजों को हिलता देख बच्चों में डर पैदा हो गया। वे घबरा गए। छोटे बच्चे रोने लगे। शिक्षकों ने जल्दी-जल्दी बच्चों को कक्षाओं से बाहर निकाला। सुरक्षा संबंधी जानकारी देने के बाद बच्चों की छुट्टी कर दी गई। सेंट एंथोनी पब्लिक स्कूल, कैसरगंज के कंचन कान्वेंट स्कूल में भूकंप आने के बाद बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर बाहर जाने को कहा गया। कुछ समय बाद बच्चों को उनके घर रवाना कर दिया गया।


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