गुरुजनों ने नहीं जांची कापी
बहराइच : माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की हुई परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य
बहराइच : माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की हुई परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य यूं तो सोमवार से प्रारंभ होना था, लेकिन शिक्षकों के कार्य बहिष्कार की घोषणा के चलते गुरुजनों ने एक भी कापी नहीं जांची। शिक्षकों के अलग-अलग धड़े लामबंदी के साथ एकजुट नजर आए। मूल्यांकन कार्य 15 दिनों तक होना है। जिला विद्यालय निरीक्षक रवीन्द्र ¨सह ने बताया कि शहर के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज को उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है। तकरीबन साढ़े सात सौ शिक्षकों को इस कार्य का दारोमदार सौंपा गया है। आज मूल्यांकन प्रारंभ होना था, लेकिन शिक्षकों के कार्य बहिष्कार के चलते मूल्यांकन कार्य शुरू न हो सका। हालांकि शिक्षकों ने मूल्यांकन केंद्र पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई लेकिन खुद को मूल्यांकन कार्य से अलग रखा। तीन दिनों के मूल्यांकन बहिष्कार के पीछे शिक्षकों के मांगों को पूरा न करना है। पदाधिकारियों ने मढ़ा कि प्रदेश सरकार वादे करती है, लेकिन अमल नहीं करती है। शिक्षक संघ की प्रमुख मांगों में तदर्थ शिक्षकों का विनियमितीकरण, सीटी से एलटी संविलियन की विसंगति निवारण, परास्नातक के अभाव में प्रोन्नत वेतनमान, वित्तविहीन शिक्षकों के नियमावली को परिवर्तित करना और घोषित मानदेय देना, 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों को पेंशन लाभ देना, व्यवसायिक एवं कम्प्यूटर शिक्षकों का विनियमितीकरण करना संबद्ध प्राइमरी को नियमित वेतन तथा मूल्यांकन की दरों को सीबीएसई के बराबर करना शामिल है। शिक्षकों का मूल्यांकन बहिष्कार पूरी तरह सफल् रहा। बहिष्कार में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष घनश्याम मिश्रा, जिला मंत्री डॉ.दीनबंधु शुक्ल, ओमप्रकाश त्रिपाठी, अजय यादव, अशोक कुमार ¨सह, गिरवर त्रिपाठी, राजेन्द्र प्रसाद, सुधाकर वाजपेई, उप्र. माध्यमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष डॉ.श्रवण कुमार तिवारी, जिला मंत्री डॉ.राजेश ¨सह, उपाध्यक्ष बसंत ¨सह, ललित दीक्षित, चंद्रप्रकाश ¨सह, भीष्माचार्य शुक्ल, चेतराम यादव, उप्र. माध्यमिक शिक्षक संघ वित्तविहीन गुट, जिलाध्यक्ष जगदंबा प्रसाद मिश्र, उपाध्यक्ष आरडी वर्मा, एसपी ¨सह, रमेश मिश्रा, मोहन लाल यादव, आशाराम यादव सहित अन्य माध्यमिक शिक्षक शामिल रहे।