पर्यटकों को दूर से ही दिखेगा कतर्निया का नजारा
मुकेश कुमार, बहराइच : प्राकृतिक संपदा से भरपूर कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग का नजारा जल्द ही पर्यटकों
मुकेश कुमार, बहराइच : प्राकृतिक संपदा से भरपूर कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग का नजारा जल्द ही पर्यटकों को काफी दूर से दिखेगा। यह संभव होगा जगह-जगह लगने वाले रेक्टोरिफलेक्टेड बोर्ड से। यही नहीं जंगल के बाहर स्वागतद्वार भी बनाया जाएगा जिसमें जंगल से जुड़ी जानकारियां दर्ज होंगी। इसके लिए पर्यटन विभाग
ने व्यापक योजना बनाई है।
पड़ोसी राज्य नेपाल की सीमा पर बहराइच जिले में 551 वर्ग किलोमीटर में फैले कतर्नियाघाट वन्य प्रभाग आने वाले पर्यटकों को सटीक जानकारी उनलब्ध कराने के लिए पर्यटन विभाग ने व्यापक योजना बनाई है। इसके तहत कतर्नियाघाट की ओर आने सभी 22 मार्गों पर एल्युमोनियम सीट पर रेक्टोरिफलेक्टेड बोर्ड लगवाए जाएंगे। बोर्ड पर कतर्निया का लोगो और दूरी का ब्योरा दर्ज होगा। इन बोर्डों की संख्या कुल 22 होगी। हर बोर्ड के निर्माण पर दो लाख से लेकर पांच लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर बोर्ड लगाने के लिए भारतीय सड़क प्राधिकरण से अनुमति मांगी जा चुकी है। इसके साथ ही बहराइच की ओर जंगल के पहले मार्ग
पर प्रवेशद्वार भी बनेगा। यह कार्य महज एक माह में पूरा होना है।
करोड़ों रुपये की परियोजना का खाका खींचकर पर्यटन निदेशालय स्वीकृति के लिए भेजा जा चुका है। प्रभागीय वनाधिकारी आशीष तिवारी ने बताया कि परियोजनागत कार्य की जिम्मेदारी आवास विकास परिषद गोंडा को सौंपी गई है। सहायक अभियंता आरके शर्मा ने बताया कि योजना बनाकर निदेशालय भेज दी गई है।
बोर्ड लगाने के प्रमुख मार्ग
-बहराइच-नानापारा-कतर्निया
-सीतापुर-लखीमपुर-कतर्निया-लखीमपुर-मिहीपुरीवा-कतर्निया-लखीमपुर-शारदानगर-गिरजापुरी-कतर्निया-गोंडा-बहराइच-नानपारा-मिहीपुरवा-कतर्निया
कतर्नियाघाट जंगल की ओर जाने वाले मार्गों आवश्यक जानकारियां पर्यटकों को उपलब्ध कराने के लिए कई स्थानों पर रेक्टोरिफलेक्टेड बोर्ड लगाने व स्वागतद्वार बनाने की योजना बनाई गई हैं। योजना पर कार्य जल्द शुरू हो जाएगा।
वीपी ¨सह
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी फैजाबाद