तीमारदारों को रैन बसेरों का ताला खुलने का इंतजार
बहराइच : भले ही ठंड बढ़ गई हो, लेकिन वातानुकूलित कमरों में सोने वाले जिम्मेदार अफसरों को अभी शायद इस
बहराइच : भले ही ठंड बढ़ गई हो, लेकिन वातानुकूलित कमरों में सोने वाले जिम्मेदार अफसरों को अभी शायद इसका एहसास तक नहीं हो सका है। मरीजों के साथ आने वाले तीमारदार तराई में पड़ने वाली ठंड में ठिठुर रहे हैं। कारण कुछ और नहीं जिला चिकित्सालय में बने रैन बसेरों के दरवाजे अभी तीमारदारों के लिए खोले नहीं जा सके हैं। आखिर कब चेतेंगे जिम्मेदार।
जिला चिकित्सालय में वार्ड नंबर 3 के पास बने रैन बसेरे में स्ट्रेचर और गद्दे भरे हुए हैं। महिला चिकित्सालय के सामने बने रैन बसेरे में सामुदायिक रसोई संचालित की जा रही है। वहीं हड्डी वार्ड के पास बने रैन बसेरे में मानसिक रूप से विक्षिप्त एक मरीज को बंद करके रखा गया है और उसमें गंदगी भरी पड़ी है। वार्ड नंबर 1 के पास बने रैन बसेरे में अस्पताल के टूटे बेड रखे गए हैं। जिले के दूरदराज क्षेत्रों से आए मरीजों व उनके तीमारदारों की ठंड कैसे दूर होगी, जब अभी रैन बसेरों का ताला ही नहीं खुला है। जिम्मेदार बेपरवाह हैं।
इनसेट : आपात कक्ष में टूटी हैं खिड़कियां
बहराइच : जिला चिकित्सालय के आपात कक्ष में गंभीर मरीज भर्ती किए जाते हैं। लेकिन उन्हें ठंड से बचाने के इंतजाम नाकाफी हैं। कहीं खिड़कियां खुली हैं तो कहीं उनके शीशे टूटे हुए हैं। ऐसे में गंभीर मरीज रात में ठंड से ठिठुर रहे हैं।
इनसेट : क्या कहते हैं सीएमएस
बहराइच : मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ.माहेश्वरी पांडेय ने बताया कि आपके माध्यम से समस्या संज्ञान में आई है। जल्द ही रैन बसेरों का संचालन शुरू करा दिया जाएगा, जिससे तीमारदारों को असुविधा न हो। वहीं जिला महिला चिकित्सालय के प्रभारी सीएमएस डॉ.अजय वर्मा का कहना है कि शीघ्र ही सामुदायिक रसोई हटाकर रैन बसेरे का संचालन सुनिश्चित कराया जाएगा।