जान जाने के बाद मार्ग पर खड़ी की गई दीवार
बहराइच: बहराइच-सीतापुर राजकीय राजमार्ग के हरदी थाना क्षेत्र के रमवापुर स्थित क्षतिग्रस्त मार्ग की बै
बहराइच: बहराइच-सीतापुर राजकीय राजमार्ग के हरदी थाना क्षेत्र के रमवापुर स्थित क्षतिग्रस्त मार्ग की बैरीकेडिंग का कार्य तहसील प्रशासन ने शुरू कराया। एसडीएम के निर्देश के बाद आनन-फानन में बैरीकेडिंग पूरी कराई गई।
शनिवार के अंक में जागरण ने 'सुमन के उजड़े सुहाग का जिम्मेदार कौन' शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। आनन-फानन में बैरीकेडिंग का कार्य शुरू कराया गया। देर शाम तक बैरीकेडिंग पूरी की गई। बतातें चलें कि विगत दिनों आई बाढ़ के दौरान पानी के दबाव से रमवापुर स्थित राजमार्ग पर बना पुल बह गया था। पुल के साथ सड़क का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। दो महीने बीतने के बाद भी बैरीकेडिंग नहीं कराई गई थी। एक छोर पर बैरीकेडिंग कराकर पल्ला झाड़ लिया गया था। दूसरे छोर पर बैरीकेडिंग न होने का खामियाजा एक राहगीर को जान देकर भुगतना पड़ा। इस घटना में सीतापुर जिले के सकरन थाना क्षेत्र निवासी गिरीश सक्सेना (50) की क्षतिग्रस्त राजमार्ग के खड्ड में गिरकर मौत हो गई थी। जबकि उसकी पत्नी सुमन देवी (48) व पुत्री निधि (5) घायल हो गई थी। एसडीएम का कहना है कि कई बार लोक निर्माण विभाग से बैरीकेडिंग कराए जाने को लेकर संपर्क साधा गया था। संबंधित विभाग द्वारा बैरीकेडिंग नहीं कराई गई। सुरक्षा के दृष्टिगत उन्होंने बैरीकेडिंग करा दी है।
क्षतिग्रस्त मार्ग पर पुल बनाने की मांग
महसी : पूर्व जिला पंचायत सदस्य व सपा नेता सुंदरलाल वाजपेयी ने क्षतिग्रस्त मार्ग पर पुल निर्माण कराए जाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि भगवानपुर से लेकर चहलारीघाट तक मात्र एक पुल बना हुआ है। जबकि बाढ़ के दौरान पानी का दबाव यहां अधिक रहता है। बविमं के अध्यक्ष राजेश त्रिपाठी का कहना है छोटी पुलिया पानी का दबाव नहीं झेल सकती। लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव से मुलाकात कर क्षतिग्रस्त मार्ग पर पुल निर्माण कराए जाने की मांग की जाएगी।