सुर प्रनामु करि बरसहिं फूला..
बहराइच: महसी तहसील क्षेत्र के कटहा में आयोजित नौ दिवसीय राम कथा यज्ञ में गुरुवार को व्यास ने प्रभु श
बहराइच: महसी तहसील क्षेत्र के कटहा में आयोजित नौ दिवसीय राम कथा यज्ञ में गुरुवार को व्यास ने प्रभु श्रीराम विवाह की कथा सुनाई। आयोजकों ने बाकायदा प्रभु श्रीराम की बरात निकाली। यज्ञ स्थल पर राम का विवाह मानों जनकपुरी साकार हो गई हो। विवाह की पूरी रस्में अदा की गई।
क्षेत्र के कटहा स्थित कारीपुरवा बाग में आयोजित नौ दिवसीय राम कथा में रविवार को दिव्य शीश महल रामकोट अयोध्याधाम के श्री पवन कुमार दास शास्त्री जी महराज ने मर्यादा पुरूषोत्तम प्रभु श्रीराम के विवाह की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम के विवाह में सृष्टि के रचयिता ब्रम्हाजी के अलावा 33 करोड़ देवी देवता मौजूद रहे। व्यास ने मानस की चौपाई- सुर प्रनामु करि बरसहिं फूला। मुनि असीस धुनि मंगल मूला। के साथ देवता फूल बरसाने लगे। पांडाल में दर्शक खुशी से झूम उठे। आयोजकों ने कटहा गांव से कारीपुरवा होते हुए प्रभु श्रीराम की बारात निकाली। चारों भाइयों गुरू विश्वामित्र व अन्य नगर वासियों के साथ बारात यज्ञ स्थल पहुंची। प्रभु श्रीराम के गले में जैसे ही सीताजी ने जयमाला डाली पूरा पंडाल सीताराम के जयकारों से गूंज उठा।