बिजली की किल्लत, दिन में जल रहीं स्ट्रीट लाइटें
बहराइच : भीषण विद्युत कटौती को लेकर जहां आए दिन जाम और प्रदर्शन की खबरें अब आम बात हो चुकी हैं। वहीं नगर के खंभों पर दिन में भी रोशनी बिखेरनी वाली स्ट्रीट लाइटों के जलने से भारी मात्रा में बिजली बर्बाद होती है।
विद्युत कटौती का दंश झेल रहे नगरवासी भले ही बिजली की बचत करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं। लेकिन पालिका प्रशासन के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते नगर की सड़कों पर लगी स्ट्रीट लाइटें दिन में भी पूरी ईमानदारी से रोशनी बिखेरते हुए कई किलोवाट बिजली बर्बाद करते नजर आ रहे हैं। नगर की सड़कों व वार्डो में लगे नगरपालिका के लगभग 2800 विद्युत खंभों पर स्ट्रीट लाइटें लगी हुई हैं। इन लाइटों के सहारे नगर में अंधेरे को दूर करने का प्रयास पालिका प्रशासन द्वारा किया जाता है। इन खंभों पर लगी स्ट्रीट लाइटों पर कहीं 70 वाट को कहीं 80 वाट। यही नहीं कहीं-कहीं एक हजार वाट के हैलोजन भी खंभों पर रोशनी बिखेरते नजर आ रहे हैं। इन खंभों पर लगी स्ट्रीट लाइटों के जलने पर पालिका प्रशासन द्वारा विद्युत विभाग से लगभग कई किलोवाट का कनेक्शन लिए जाने की बात नपाप में तैनात विद्युत विभाग के जेई नरेश द्वारा कही गई। नगर के 31 वार्डो में कई स्थानों पर चौतरफा रोशनी उजागर करने के लिए जहां दर्जनों स्ट्रीट लाइटें लगी हैं वहीं नगर के मुख्य मार्गो पर भी पालिका प्रशासन द्वारा स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं। इन लाइटों को जलाने और बुझाने के लिए बाकायदा पालिका प्रशासन द्वारा कर्मचारियों की तैनाती भी की गई है, लेकिन तस्वीरें इस बात की गवाह हैं कि जिम्मेदार अपने कार्यो के प्रति किस तरह लापरवाह बने हुए हैं। प्रतिदिन कर्मचारियों की लापरवाही से बर्बाद हो रही बिजली के बारे में जब अधिशासी अधिकारी संगीता कुमारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जो लाइटें दिन में जलती नजर आ रही हैं वह शरारती बच्चों द्वारा जला दी जाती हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ बिजली विभाग के जिम्मेदारों से उन्होंने ऑटो टाइमर लगाने की मांग की है। जिससे कि दिन होते ही स्वत: यह लाइटें बंद हो जाए।