एसीओ चकबंदी के सामने ही दबंग ने फरियादी को धमकाया
दाहा : बामनौली गांव में पट्टों की जमीन पर कब्जा न मिलने से क्षुब्ध पलायन करने वाले परिवारों की सुध ल
दाहा : बामनौली गांव में पट्टों की जमीन पर कब्जा न मिलने से क्षुब्ध पलायन करने वाले परिवारों की सुध लेने पहुंचे एसीओ चकबंदी महज खानापूर्ति करके लौट गए। दबंगों ने अधिकारी के सामने ही पीड़ितों को जमकर खरी-खोटी सुनाई। पीड़ितों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है।
बामनौली गांव में सन् 1976 में सरकार द्वारा 14 लोगों को पांच-पांच बीघा जमीन के पट्टे दिए गए थे, जो नसबंदी कराने की एवज में मिले थे। लेकिन पट्टों के आवंटन के एक वर्ष बाद ही दबंगों ने इन पर कब्जा कर लिया था। तभी से मालिकाना हक को लेकर मुकदमें बाजी चल रही है, लेकिन अभी तक जमीन दबंगों के कब्जे से नहीं छुड़वाई गई।
इससे क्षुब्ध होकर पीड़ित आठ परिवारों ने बुधवार को पलायन का प्रयास किया था, मगर गांव के गणमान्यों ने उन्हे समझाकर रोक लिया था। मामला मीडिया में गरमाया तो गुरुवार को एसीओ चकबंदी अजय शर्मा बामनौली गांव में पहुंचे, लेकिन पीड़ितों के घर न जाकर पीड़ितों को फोन कर नाग मंदिर के नजदीक आने कहा। पीड़ित महेशपाल, राजेंद्र, घनश्याम ने बताया कि एसीओ ने उनसे पहले गांव के एक दबंग व्यक्ति को बुला कर अपने पास बैठा रखा था, जिसने उन्हे धमकाकर भगा दिया। पीड़ितों ने इस बाबत एसडीएम बड़ौत के शिकायती पत्र दिया। एसडीएम दर्शन ¨सह ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।