तहसील में छापा, अफसर मिले न कर्मचारी
बड़ौत: नई सरकार के तेवर देखने के बाद भी अफसर सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। देर से दफ्तर पहुंचना, तथा
बड़ौत: नई सरकार के तेवर देखने के बाद भी अफसर सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। देर से दफ्तर पहुंचना, तथा फरियादियों की सुनवाई नहीं करने के कारण आम लोग परेशान हो रहे हैं। इसका जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी हृदय शंकर तिवारी ने बड़ौत तहसील का औचक निरीक्षण किया तो विभागीय अफसरों की बेपरवाही की पोल खुलकर सामने आ गई। एसडीएम से लेकर तमाम विभागों के अधिकारी निरीक्षण में नदारद मिले। गुस्साए डीएम ने सभी के वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं।
शनिवार को डीएम ने ठीक सुबह दस बजे तहसील परिसर में ताबड़तोड़ छापेमारी की। डीएम सुबह करीब 10 बजे बड़ौत तहसील पहुंचे तो एसडीएम दीपाली कौशिक अपने कार्यालय में नहीं मिलीं। इसके बाद तहसील के तीनों तलों पर बने कार्यालयों का निरीक्षण किया और उपस्थिति रजिस्टर कब्जे में ले लिया। इसी दौरान तहसील में वकीलों ने डीएम को ज्ञापन देने की कोशिश की तो उन्होंने कलेक्ट्रेट में आने को कहा और रवाना हो गए। इसके बाद वह क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान में गए तो वहां चार कर्मचारी अनुपस्थित मिले, जिनका उपस्थिति रजिस्टर जब्त किया। इस बाद डीएम ने खंड विकास कार्यालय का रुख किया तो वहां बीडीओ सहित चार कर्मचारी अनुपस्थित मिले। इसी दौरान डीएम के आने की सूचना पर बीडीओ प्रेम चंद दौड़े-दौड़े कार्यालय में पहुंचे और डीएम से क्षमा याचना की। डीएम ने बताया कि शासन के आदेशानुसार सभी सरकारी विभागों में सुबह 10 से 12 बजे तक का समय जनता की समस्याओं को सुनने के लिए सुनिश्चित है। इसमें कोताही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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वन विभाग, ¨सचाई विभाग और एक्सइएन कार्यालयों को बख्शा
यह संयोग रहा कि डीएम ने अपने निरीक्षण के दौरान वन विभाग, ¨सचाई विभाग और एक्सइएन कार्यालयों का निरीक्षण नहीं किया, जबकि इन सभी विभागों में अधिकारी और कर्मचारी घंटों देर से कार्यालय में पहुंचते हैं। इस कारण यहां के अफसर डीएम के कोप से बच गए।
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बोले डीएम
जिलाधिकारी हृदय शंकर तिवारी ने कहा कि वह कभी भी कहीं भी पहुंच सकते हैं, इसलिए सभी सरकारी कर्मचारी निर्धारित समय से दफ्तर पहुंचें और प्राथमिकता के साथ कार्यों का संपादन करें। अगर कोई भी कर्मचारी या अधिकारी दफ्तर से बिना अनुमति गायब मिला, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। बताया कि बड़ौत तहसील में छापेमारी के दौरान कई अधिकारी गायब मिले, उनके खिलाफ वेतन रोकने से लेकर अन्य अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है।