कोहरा कहर बरपाने को आया, छूटी कपकंपी
बागपत : कोहरा कहर बरपाने को अब छाने लगा है। रात से ही छा जाने वाला कोहरा सुबह तक इतना घना हो जाता है
बागपत : कोहरा कहर बरपाने को अब छाने लगा है। रात से ही छा जाने वाला कोहरा सुबह तक इतना घना हो जाता है कि आसपास कुछ भी दिखाई नहीं देता। कोहरे में घुल कर चल रही सर्द हवाओं से कंपकंपी छूट रही है।
गुरुवार को कोहरे ने फिर अवाम के दांत किटकिटा देने पर मजबूर कर दिया। शहर, गांवों को पूरी तरह से आगोश में लेकर कोहरे ने जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया। ²श्यता कम होने से यातायात प्रभावित हुआ। ²श्यता पांच मीटर दर्ज की गई। वाहन रेंग-रेंग कर चले। भारी वाहन कोहरा छंटने के बाद रवाना हुए। उधर रेल यातायात भी प्रभावित हुआ। कई स्थानों पर वाहनों में टक्कर भी हुई, हालांकि इससे घायल होने की सूचना नहीं मिली।
कोहरा ओढ़कर
स्कूल पहुंचे बच्चे
स्कूल भले ही साढ़े नौ बजे से खोलने के आदेश कर दिए गए हैं, लेकिन इस समय भी काफी घना कोहरा रहता है। मोहल्लों के बाहर बच्चों ने बस का इस घने कोहरे में इंतजार किया तो वहीं बहुत से बच्चे इस घने कोहरे में ही स्कूल गए।