दौड़ रहे गांवों के लोग, नहीं बदल रहे नोट
बागपत: ग्रामीण शाखाओं में छोटे नोटों की कमी से लोगों को नगर व कस्बों की और दौड़ लगानी पड़ रही है। इससे
बागपत: ग्रामीण शाखाओं में छोटे नोटों की कमी से लोगों को नगर व कस्बों की और दौड़ लगानी पड़ रही है। इससे लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
गठीना गांव की 76 साल की प्रकाशी पंद्रह किमी, लधवाड़ा की 60 साल वीरमति आठ किमी दूर राष्ट्रवंदना चौक स्थित ¨सडिकेट बैंक, निवाड़ा गांव की नाजिमा दो किमी पैदल चल 5 सौ के नोट बदलने कलक्ट्रेट स्थित ¨सडिकेट बैंक शाखा पहुंचीं, लेकिन तीन नोट नहीं बदले गए। यह बानगी भर है। यही नहीं, घर के दरवाजे पर पैसे निकालने तथा जमा कराने के दावा हवा हो रहा है। व्यापारियों की मशीनों में न कार्ड स्वाइप हो रहे और न ट्रांजेक्शन हो रहा है। ग्रामीण आपस में उधार लेकर या वस्तु विनिमय के जरिए काम चला रहे हैं। एलडीएम पीवी राजू ने कहा कि गांवों के बैंक व्यापार प्रतिनिधियों को रुपये उपलब्ध कराएंगे, ताकि ग्रामीणों को भुगतान कर सकें।