Move to Jagran APP

अब गांवों में ही हो जाएगी मिट्टी की जांच

बागपत : केंद्र सरकार ने किसानों की आय दोगुना करने की कवायद शुरू कर दी है। इसके तहत अब गांवों में लैब

By Edited By: Published: Tue, 05 Jul 2016 06:27 PM (IST)Updated: Tue, 05 Jul 2016 06:27 PM (IST)
अब गांवों में ही हो जाएगी मिट्टी की जांच

बागपत : केंद्र सरकार ने किसानों की आय दोगुना करने की कवायद शुरू कर दी है। इसके तहत अब गांवों में लैब खुलेंगी, जहां मिट्टी की जांच कर किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे। कार्ड पर मिट्टी जांच का ब्योरा और उर्वरा शक्ति बढ़ाने के उपाय दर्ज होंगे। गांव में लैब खोलने को आठ लाख रुपये अनुदान मिलेगा। इससे जहां कृषि उपज में इजाफा होगा, वहीं युवाओं की स्वरोजगार की राह भी आसान बनेगी।

loksabha election banner

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम बजट में किसानों की आय दोगुना करने को घोषणा की थी। इस पर भारत सरकार ने अमल शुरू कर दिया है। आय तभी दोगुना होगी, जब उत्पादन बढ़े और उपज का उचित दाम मिले। यही कारण है कि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के आदेश पर 'नेशनल मिशन फॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर योजना' के तहत गांवों में मृदा स्वास्थ्य परीक्षण लैब खोली जाएंगी।

मृदा स्वास्थ्य परीक्षण लैब खोलने को शिक्षित युवाओं को अनुदान मिलेगा। लैब खोलने पर 10 लाख रुपये का खर्च आएगा। इसमें 80 फीसद यानि आठ लाख रुपये अनुदान के रूप में मिलेंगे। अनुदान खर्च 60 फीसद केंद्र और 40 फीसद राज्य सरकार वहन करेंगी। गांवों की इन लैब में 12 पैरामीटर यानि पीएच, ईसी, उपलब्ध जीवांश, कार्बन, नत्रजन, फास्फोरस, पोटाश, सल्फर ¨जक, कॉपर, लोहा एवं बोरान तत्वों की जांच होगी। मृदा परीक्षण के बाद किसानों को उपज बढ़ाने का तरीका बताया जाएगा।

गांवों में मृदा स्वास्थ्य परीक्षण लैब खोलने में आरक्षण लागू होगा। अनुसूचित जाति को 16 फीसद तथा अनुसूचित जनजाति को आठ फीसद और महिलाओं को 30 फीसद आरक्षण मिलेगा। गांवों में लैब खुलवाने को लाभार्थियों का चयन व अनुदान भुगतान के लिए डीएम की अध्यक्षता में कमेटी गठित होगी। कमेटी में उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, प्रगतिशील किसान व लीड बैंक का नामित प्रतिनिधि सदस्य होंगे।

गौरतलब है कि अभी तक मृदा स्वास्थ्य परीक्षण लैब बहुत कम होने से किसानों की खेतों की मिट्टी की जांच में काफी विलंब होता है और सभी खेतों की मिट्टी की जांच भी नहीं हो पाती है। अब गांव-गांव लैब खुलने से बागपत में 1.25 लाख किसानों को फायदा होगा। बागपत में 1.10 लाख हेक्टेयर जमीन पर खेती होती है। लैब खुलने से किसान आसानी से जांच कराकर यह पता लगा सकेंगे कि उनके खेत की मिट्टी कितनी उपजाऊ है?

इन्होंने कहा

शासन से गांवों में मृदा स्वास्थ्य लैब खुलवाने का आदेश मिला है। दिशा निर्देश मिलते ही गांवों में लैब खुलवाने का कार्य शुरू करा देंगे।

-धुरेंद्र कुमार, उप कृषि निदेशक।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.