.और डीएम ने उठा लिया तालाबों को बचाने का बीड़ा
जागरण संवाददाता, बागपत: 'दैनिक जागरण' की मुहिम, तलाश तालाबों की' नतीजे की ओर बढ़ गई है। डीएम हृदय शं
जागरण संवाददाता, बागपत: 'दैनिक जागरण' की मुहिम, तलाश तालाबों की' नतीजे की ओर बढ़ गई है। डीएम हृदय शंकर तिवारी ने तालाबों का अस्तित्व बचाने को गंभीरता से लिया है। उन्होंने 'दैनिक जागरण' की मुक्त कंठ से सराहना की है। इस पुनीत काम के लिए उन्होंने जनसहभागिता की अपील की है।
तालाबों के अस्तित्व बचाने, जीर्णोद्धार और सुंदरीकरण के संबंध में डीएम ने सोमवार को कलक्ट्रेट में बैठक ली। कहा कि-प्रत्येक ब्लॉक में दो-दो तालाबों की साफ-सफाई एवं सुंदरीकरण ग्रामवासियों के सहयोग से श्रमदान के माध्यम से कराया जाएगा। 12 तालाब जनसामान्य के स्तर से साफ कराए जाएंगे। बीडीओ, एसडीएम एवं तहसीलदार तीन जून तक कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करें। उन्होंने बताया कि मनरेगा के माध्यम से 16 तालाबों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त 84 अन्य तालाब जो ¨हडन और कृष्णा नदी के किनारे के हैं और मुख्य सड़कों, नदी, नहरों के किनारे स्थित हैं। इस प्रकार कुल 100 से 125 तालाबों की कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तालाबों के किनारे वृक्षारोपण एवं अन्य आवश्यक सुंदरीकरण कराया जाएगा।
श्रमदान से निकलेगी तालाब की गाद
डीएम ने कहा कि श्रमदान के माध्यम से तालाबों से पानी की निकासी, गाद निकालने और मिट्टी निकालने का काम कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन कार्यों में ग्राम प्रधान सहित ग्राम के मोअज्जि लोगों तथा ग्राम पंचायत सदस्यों का सहयोग भी लिया जाएगा।
¨सचाई विभाग भरवाएगा 25 तालाब
डीएम ने बताया कि ¨सचाई विभाग ने 25 तालाबों की सूची उपलब्ध कराई है। इन्हें नहरों से भरवाया जा सकता है।
अतिक्रमण मुक्त होंगे तालाब
डीएम ने राजस्व अभिलेखों में दर्ज सार्वजनिक तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराने एवं उनको मूल स्वरूप में लाए जाने के लिए अभियान चलाने का भी निर्णय लिया है। उन्होंने तालाबों की पैमाइस एवं चिह्नीकरण आदि कराए जाने के भी निर्देश दिए। जिन तालाबों का ड्रेनेज सिस्टम अवरुद्ध हो गया है, उन्हें एक-दूसरे से कनेक्ट करते हुए बीच के अतिक्रमण को हटाया जाएगा। इसके लिए एक-एक अधिकारी को नामित किया जाएगा।
नहीं जाएगा गंदा पानी
डीएम ने कहा कि गांवों में बैठक कर कार्ययोजना बनाई जाएगी। सीवर सिस्टम तालाब में न डाला जाए, इसकी भी व्यवस्था कराई जाएगी। तालाबों के पानी को प्रदूषित होने से बचाने के लिए सीवर के पानी की व्यवस्था कराई जाएगी। डीपीआरओ को निर्देशित किया जाएगा कि शौचालयों की नियमित सफाई होती रहे और शौचालयों का गंदा पानी तालाब में न जाए।
जनसहभागिता
से होंगे कार्य
एनजीओ, ग्राम पंचायत सेक्रेटरी, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य सहित गांव की बैठकों में स्थानीय विधायकों का भी सहयोग लिया जाएगा।