आखिर मरीज हुई भर्ती, एंबुलेंस की लापरवाही की होगी जांच
जागरण संवाददाता, बागपत : मरीजों को फौरन इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने का दम भरने वाली समाजवादी एंबुले
जागरण संवाददाता, बागपत : मरीजों को फौरन इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने का दम भरने वाली समाजवादी एंबुलेंस एक मरीज को 24 घंटे के बाद नसीब हुई, वह भी डीएम के आदेश के बाद। जिले में 108 एंबुलेंस की सेवा पटरी से उतरी हुई, लखनऊ में बैठे मॉनीटरों को यहां सब कुछ दुरुस्त और पारदर्शी नजर आ रहा है।
वाक्या नगर बागपत का है। नगर पालिका की दुकानों में बनाए गए रैन बसेरा में आस मोहम्मद लंबे समय से रह रहा है। रविवार दोपहर उसकी पत्नी नसरीन गश खाकर गिर पड़ी तो उसने किसी का फोन लेकर 108 एंबुलेंस को फोन किया। बार-बार उसे यही आश्वासन मिलता रहा कि एंबुलेंस पांच मिनट में पहुंचने वाली है। डेढ़ घंटे के इंतजार के बाद एंबुलेंस आई। पीड़िता को सीएचसी बागपत में भर्ती कराया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया। यहां से जिला अस्पताल ले जाने के लिए फिर मरीज ने एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची। इसे सीएचसी अधीक्षक के संज्ञान में लाया गया फिर मरीज को पहुंचाने एंबुलेंस नहीं पहुंची। पूरी रात काटने के बाद पीड़िता को कुछ आराम मिला तो वह सोमवार को डीएम के दरबार पहुंच गई। वहां डीएम से इस लापरवाही की शिकायत की। डीएम हृदय शंकर तिवारी ने फौरन एंबुलेंस बुलवाकर महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। सीएमओ को आदेश दिया कि एंबुलेंस न पहुंचने मामले की गंभीरता से जांच कर रिपोर्ट दें।