आंदोलनकारी किसानों की हालत बिगड़ी
संवाद सूत्र, दाहा (बागपत) : बामनौली में चल रही कब्जा परिवर्तन की कार्रवाई को लेकर किसानों के तेवर तल
संवाद सूत्र, दाहा (बागपत) : बामनौली में चल रही कब्जा परिवर्तन की कार्रवाई को लेकर किसानों के तेवर तल्ख हो गए हैं। तीन किसानों पर दर्ज कराए गए मुकदमे से आक्रोशित किसानों ने प्रशासन व चकबंदी अधिकारियों की शव यात्रा निकालकर पुतला फूंका। वहीं, भूख हड़ताल पर बैठे तीसरे दिन दो किसानों की हालत बिगड़ गई। जल्द मांग पूरी नहीं होने पर किसानों ने चक्का जाम का ऐलान किया है।
बामनौली गांव में चकबंदी प्रकरण में कब्जा परिवर्तन को लेकर चल रहा धरना व भूख हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। भूख हड़ताल पर बैठे किसान महेंद्र व नरेश की हालत बिगड़ गई है। हालत बिगड़ने पर दोनों किसानों को साथी किसानों ने समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन किन्तु दोनों दवा तक भी लेने के लिए तैयार नहीं हैं। धरने पर बैठे किसानों ने चकबंदी विभाग के खिलाफ जमकर हंगामा-प्रदर्शन कर प्रशासन की अर्थी बना शवयात्रा निकाली। इसके बाद बड़ौत-बुढ़ाना मार्ग पर पुतले को आग के हवाले कर दिया। नाराज किसानों का आरोप है कि चकबंदी विभाग ने अपनी मनमानी के चलते काफी गलतियां की हैं। शिकायतों के बावजूद भी खामियां दूर नहीं कराई गई हैं। दूसरी ओर तीसरे दिन भूख हड़ताल पर दो किसान ब्रह्मा¨सह व जयदेव भी बैठ गए। अब भूख हड़ताल करने वाले किसानों की संख्या 12 हो गई है।
उन्होंने चेतावनी दी, प्रशासन उनके सब्र की परीक्षा न ले। गलती चकबंदी विभाग की और दबाया किसानों को जा रहा है। पहले जो गलतियां की हैं, उनमें तो सुधार किया ही नहीं जा रहा है और अब सेक्टर बनाने में भी कई किसानों राजकुमार, वीरेंद्र, हरेंद्र आदि की फसल बर्बाद कर दी गई हैं। किसानों ने दो टूक कह दिया है कि पहले ग्राम समाज की जमीन निकाली जाए और चकबंदी की खामियां दूर कराएं तथा नई कीमत लगाई जाए, इसके बाद ही कब्जा परिवर्तन कराने पर सहमत होंगे। दूसरी ओर कार्य में बाधा डालने के आरोप में चकबंदी लेखपाल शीशपाल ने तीन किसान पवन, ओमपाल, धर्मबीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है, जिसको लेकर वहां दिनभर हंगामा होता रहा। गांव में तनाव की स्थिति बन चुकी है। इस मौके पर महीपाल, मा.महेंद्र, सोमपाल, रामकुमार, ओमबीर, तेजपाल, मनोज, प्रमोद, धर्मपाल, हरनरेश भगतजी, सोनू, माया आदि किसान शामिल रहे।
इन्होंने कहा..
किसी भी किसान को परेशान नहीं किया जा रहा है। यदि किसी किसान को आपत्ति है वह वाद दायर कर सकता है।
-यशवर्धन श्रीवास्तव, एसडीएम-बड़ौत