कुख्यात धर्मेंद्र किरठल की पत्नी गिरफ्तार, अदालत में पेश
जागरण संवाददाता, बागपत : रमाला पुलिस ने मंगलवार को किरठल गांव से कुख्यात धर्मेंद्र की पत्नी व ग्र
जागरण संवाददाता, बागपत :
रमाला पुलिस ने मंगलवार को किरठल गांव से कुख्यात धर्मेंद्र की पत्नी व ग्राम प्रधान को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां उनके चौहरे हत्याकांड में बयान हुए हैं। सुदेश देवी 2004 में हुए चौहरे हत्याकांड के मुकदमे की वादी थीं और कई साल से अदालत में बयान देने नहीं जा रही थीं, जिसके बाद अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी करने के बाद कुर्की वारंट जारी कर दिए थे।
रमाला थाना क्षेत्र के किरठल गांव में वर्ष 2008 में सुदेश देवी के घर पर बदमाशों ने हमला कर दिया था। आधा दर्जन से ज्यादा बदमाशों ने अंधाधुंध फाय¨रग करते हुए सुदेश देवी के ससुर रामपाल ¨सह, चचिया ससुर सतवीर ¨सह, देवर हरेंद्र कुमार व देवरानी मोनिका को मौत के घाट उतार दिया था तथा ननद कविता को गोली मारकर घायल कर दिया था। घटना का मुकदमा कुख्यात धर्मेंद्र किरठल की पत्नी सुदेश देवी ने साहब ¨सह समेत आठ लोगों के खिलाफ दर्ज कराया था। कई साल से सुदेश देवी बयान देने अदालत में नहीं आ रही थीं, जिससे अदालत की कार्रवाई बाधित हो रही थी। रमाला इंस्पेक्टर सतीश चंद्र ने बताया कि अदालत ने सुदेश देवी को बयान दर्ज कराने के आदेश दिए थे। वह अदालत नहीं गई तो गैर जमानती वारंट जारी कर दिए गए। इसके बाद भी अदालत में बयान देने नहीं गई तो अदालत ने कुर्की वारंट जारी कर दिए थे। मंगलवार को वह पुलिस टीम को लेकर सुदेश देवी के घर की कुर्की करने पहुंचे तो वहां पर सुदेश देवी मिल गई। उन्हें गिरफ्तार कर कड़ी सुरक्षा में अदालत में पेश किया गया। उसके बाद पुलिस सुरक्षा में ही उन्हें घर पर पहुंचा दिया गया है।
12 साल पहले धर्मेंद्र के पिता समेत चार की कर दी थी हत्या
पुलिस के अनुसार, धर्मेंद्र किरठल की पत्नी सुदेश देवी निवासी किरठल ने 20 अगस्त-04 को मुकदमा कायम कराया था कि सुबह पांच बजे वह सफाई कर रही थी। उनका पति धर्मेंद्र कुमार मकान की छत पर सोया था। उनकी देवरानी मोनिका व ननद कविता रसोई में काम रही थी। देवर हरेंद्र कुमार चारपाई पर बैठा था और ससुर रामपाल ¨सह भैंस का दूध निकाल रहे थे। चचिया ससुर सतवीर ¨सह हुक्का भर रहे थे। लगभग छह बजे आठ बदमाश अत्याधुनिक हथियार लेकर उनके घर में घुस आए और फाय¨रग कर रामपाल ¨सह, सतवीर ¨सह, हरेंद्र कुमार व मोनिका को मौत के घाट उतार दिया, जबकि कविता घायल हो गई।