290 गांवों की बिजली पर ठेकेदारी का 'शनि'
बागपत : 290 गांवों के विद्युतीकरण का प्लान फिर अटक चुका है। ऊर्जा निगम अधिकारियों के नोटिस देने के ब
बागपत : 290 गांवों के विद्युतीकरण का प्लान फिर अटक चुका है। ऊर्जा निगम अधिकारियों के नोटिस देने के बावजूद भी ठेकेदार गांवों में विद्युतीकरण कार्य कराने को अनुबंध कराने नहीं आया है। यानी, वंचित बस्तियों के ग्रामीणों को बिजली के लिए ओर इंतजार करना पड़ेगा।
राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना से बागपत के गांवों की वंचित बस्तियों के विद्युतीकरण तथा जहां पहले से विद्युतीकरण है,वहां की लाइनों के जर्जर तार बदलने, ओवर लोड ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि, ओवरलोड कम कम करने को नई लाइनों का निर्माण कराने को 55 करोड़ रुपये का प्लान मंजूर है। मगर, तीन साल बाद भी गांवों में विद्युतीकरण का काम धड़ाम है। दो कंपनियों ने अपने नाम ठेका छूटने के बावजूद विद्युतीकरण नहीं कराया। गत फरवरी में तीसरी कंपनी के नाम ठेका छूटा। यह कंपनी भी बैंक में जमानत राशि जमा कराकर अनुबंध करने नहीं आई।
हालांकि, ऊर्जा निगम के अधिकारी उक्त कंपनी को अनुबंध कराने और विद्युतीकरण कार्य शुरू करने को नोटिस पर नोटिस जारी कर चुके हैं। 290 गांवों की वंचित बस्तियों में बिजली जगमगाने का सपना पूरा होने में ओर समय लगेगा। उधर, एक्सईएन देशराज सोनी ने कहा कि जिस कंपनी को ठेका दिया गया, उसके प्रबंधन को अब नोटिस भेजा है कि अनुबंध कराकर गांवों के विद्युतीकरण का काम शुरू करें।
15 अप्रैल तक छूट
बागपत : ऊर्जा निगम के एक्सईएन ने बताया, 40 हजार बकायेदार उपभोक्ता एकमुश्त छूट समाधान योजना का फायदा 15 अप्रैल तक उठा सकते हैं। यानी, शत-प्रतिशत बकाया चुकाने पर सरचार्ज में सौ फीसद छूट मिलेगी।