यूपी वालों ने किया एकऔर बड़ा खेल
जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत) : पंजाब के फिरोजपुर में फर्जी शस्त्र लाइसेंस का मामला अभी सुलग ही रहा
जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत) : पंजाब के फिरोजपुर में फर्जी शस्त्र लाइसेंस का मामला अभी सुलग ही रहा है कि यूपी वालों ने अब हरियाणा सरकार के सिर में दर्द कर दिया है। यूपी के बागपत समेत पांच जिलों से जारी किए गए फर्जी स्कूल लि¨वग सर्टिफिकेट (एसएलसी) यानी ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी) के बूते हरियाणा में हजारों छात्रों ने 10वीं में दाखिला लिया। मामले से परत हटी तो प्रमाण पत्रों की जांच शुरू करा दी गई। इसके पीछे बागपत के एक गिरोह का हाथ बताया जा रहा है।
शिक्षा विभाग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, वर्ष 2014-15 शिक्षा सत्र में बागपत, अलीगढ़, मुथरा, मेरठ व आजमगढ़ आदि जिलों में हजारों छात्रों के फर्जी एसएलसी बनाए गए। नौवीं कक्षा के इन एसएलसी के जरिए हरियाणा के फरीदाबाद, सोनीपत व भिवानी आदि जिलों में करीब “500 बच्चों ने 10वीं में दाखिला ले लिया। उन्होंने स्कूलों में पढ़ाई भी की और परीक्षा में भी बैठे, लेकिन हरियाणा सरकार ने उनका रिजल्ट रोक दिया।
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ऐसे हुआ खुलासा
हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी में जांच के दौरान कुछ एसएलसी संदेह के घेरे में आ गए। उनकी जांच शुरू हुई तो मामले का बड़ा खुलासा हुआ। जिन स्कूलों से वह जारी किए गए थे वो न तो कहीं हैं, यदि हैं भी तो उनके नाम-पते फर्जी हैं। इसके बाद शक पुख्ता हो गया और लगभग 2500 एसएलसी फर्जी साबित हो गए।
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अभिभावकों से वसूली मोटी रकम
सूत्र बताते हैं, बागपत का एक गिरोह इस धंधे को परवान चढ़ा रहा है। उसके तार आसपास के जिलों से जुड़े हैं और वह पांच मिनट में फर्जी टीसी यानी एसएलसी तैयार कर अभिभावकों से मोटी रकम वसूलता है। पकड़ में आए एसएलसी से पता चला कि इन बच्चों ने तो कभी नौवीं कक्षा तक नहीं देखी और दसवीं में बैठकर परीक्षा दे दी।
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यह था उद्देश्य
हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने बच्चों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उनके अभिभावकों का उद्देश्य रहा कि वह हरियाणा के अच्छे स्कूलों में पढ़ाई करें। हालांकि वह सभी हरियाणा के ही रहने वाले हैं। एसएलसी फर्जी मिलने से अब इन बच्चों का भविष्य अंधकार में जाता नजर आ रहा है।
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पांचों जिलों से जवाब-तलब
हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी ने बागपत समेत पांचों जिलों के शिक्षा विभाग से इस बाबत जवाब मांगा है। खुद की लापरवाही उजागर होने के कारण शिक्षा विभाग बेहद ही गोपनीय रूप से मामले की पड़ताल कर रहा है, लेकिन अभी तक ऐसा कोई स्कूल नहीं पाया गया है, जिनके नाम से एसएलसी जारी किए गए हैं।
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इन्होंने कहा.
पिछले वर्ष ऐसे कुछ मामले जरूर सामने आए थे, लेकिन इस बार मेरे संज्ञान में कोई मामला नहीं आया है। अगर ऐसा है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
डा. एमपी ¨सह, बीएसए