जान जोखिम में डाल यात्रा करने को मजबूर ग्रामीण
बागपत : खेकड़ा-बड़ागांव संपर्क मार्ग पर बसों का आवागमन न के बराबर है। बसें कम होने से यात्रियों को डग्
बागपत : खेकड़ा-बड़ागांव संपर्क मार्ग पर बसों का आवागमन न के बराबर है। बसें कम होने से यात्रियों को डग्गामार वाहनों का सहारा लेना पड़ता है। इन वाहनों पर यात्री बाहर भी लटके रहते हैं। कई बार वाहनों से गिरकर यात्री घायल भी हो चुके हैं।
खेकड़ा-बड़ागांव संपर्क मार्ग नगर का प्रमुख मार्ग है। बड़ागांव धर्म नगरी होने से इस मार्ग का महत्व और भी बढ़ जाता है। सालों पूर्व खेकड़ा से मेरठ जाने वाली बसों का आवागमन इसी मार्ग से होता था। जिसका आसपास के गांवों के लोगों को भी पूरा फायदा मिलता था। गत कई सालों से इस मार्ग पर मेरठ तक जाने वाली बसों का आवागमन बंद हो गया है। बसों के संचालन में कमी होने का खामियाजा क्षेत्र के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। बसों के बंद होने से डग्गामार वाहन चालक जमकर चांदी काट रहे हैं। इन वाहनों में सवारियों को भूसे की तरह भरकर मनमर्जी का किराया वसूला जा रहा है। कई बार टेंपो के पलटने से दर्जनों यात्री घायल भी हुए, जिसके बाद भी वाहन चालकों का रवैया नहीं बदला। ऐसा नहीं है, यह मामला अधिकारियों की जानकारी में नहीं है, लेकिन वे जानबूझकर अंजान बने हुए हैं। उधर, एसडीएम राजेंद्र सिंह का कहना है, मार्ग पर बसों की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही डग्गामार वाहनों के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।