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उमेश मोदी और डीसीओ पर मुकदमा

By Edited By: Published: Tue, 16 Sep 2014 12:14 AM (IST)Updated: Tue, 16 Sep 2014 12:14 AM (IST)
उमेश मोदी और डीसीओ पर मुकदमा

बड़ौत, बागपत : ढिकाना गांव में किसान राहुल की मौत के बाद पुलिस ने सोमवार को मलकपुर मिल मालिक उमेश मोदी और डीसीओ डा. दुष्यंत कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने दोनों पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धारा लगाई है। पुलिस का कहना है कि तफ्तीश में सामने आने पर मिल प्रबंधन के नाम भी उजागर कर दिए जाएंगे।

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ढिकाना निवासी किसान राहुल ने दो दिन पूर्व बड़े भाई रूपेश की लाइसेंसी राइफल से आत्महत्या कर ली थी। मृतक के परिजनों ने पहले आत्महत्या की तहरीर दी थी, लेकिन रविवार को राहुल की पत्नी नीशू ने मलकपुर मिल मालिक उमेश मोदी, डीसीओ डा. दुष्यंत कुमार और मिल प्रबंधन पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। सोमवार को पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करने से इन्कार दिया था, लेकिन बाद में बसपा विधायकों के भारी दबाव और किसानों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने इसे दर्ज कर लिया है। पुलिस ने उमेश मोदी और डा. दुष्यंत कुमार पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धारा (306) लगाई है। पुलिस का कहना है कि तफ्तीश शुरू कर दी गई है। तफ्तीश में सामने आने पर मिल प्रबंधन के नाम भी मुकदमे में उजागर कर दिए जाएंगे। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं।

मुकदमा दर्ज करने के मूड में नहीं थी पुलिस

सोमवार दोपहर तक पुलिस मुकदमा दर्ज करने के मूड में नहीं थी। यहां तक कि दोपहर के समय ढिकाना के ग्रामीण भी कोतवाली में पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उनके सामने भी कानूनी दांव-पेंच का बहाना बताकर मुकदमा दर्ज करने से मना कर दिया था। पुलिस का तर्क था कि यदि तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जाता है तो कानूनन राहुल के बड़े भाई रूपेश के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करना पड़ेगा, क्योंकि जिस राइफल से राहुल ने आत्महत्या की है उसका लाइसेंस रूपेश के नाम है। दरअसल, लाइसेंस की शर्तो में होता है कि असलहे को अपनी निगरानी में रखा जाएगा।

यदि असलहे का दुरुपयोग होता है तो उसके लिए लाइसेंसधारक जिम्मेदार होता है। इसीलिए रूपेश के खिलाफ भी मुकदमा बनता है। सवाल है कि आखिर दोपहर बाद पुलिस पर किसका दबाव आया कि आनन-फानन में मुकदमा दर्ज करना पड़ा। खैर जो भी हो, लेकिन मुकदमा दर्ज होने के बाद पीड़ित परिवार को कुछ तो संतुष्टि मिल ही गई।

इन्होंने कहा..

मिल मालिक उमेश मोदी, डीसीओ डा. दुष्यंत कुमार और मिल प्रबंधन के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जल्दी ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

- सीपी सिंह, सीओ, बड़ौत


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