पुलिस के विरुद्ध अनशन पर दो परिवार
बागपत : बिनौली पुलिस द्वारा युवक को दी गई थर्ड डिग्री का मामला गर्माता नजर आ रहा है। पुलिस की व्यवस्था से क्षुब्ध दो परिवारों ने भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि दोषियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई न हुई तो वे भूखे रहकर अपने प्राण त्याग देंगे।
करीब डेढ़ माह पूर्व बामनौली निवासी युवक अंकित को बिनौली पुलिस ने पेड़ से बांधकर घोर यातनाएं दी थीं। मामला तूल पकड़ा तो एसपी जेके शाही ने तत्कालीन थानाध्यक्ष रमेशचंद राणा व सिपाही सोनू को निलंबित कर दिया था। आरोप है कि सोनू अपने रिश्तेदारों के नाम अंकित की जमीन कराना चाहता था। विरोध करने पर उसे थर्ड डिग्री दी गई। इस मामले को लेकर बामनौली में अंकित व उसकी मां नवाब कौर भूख हड़ताल पर बैठ गई है। उन्हें नरेश डायरेक्टर, मा. महेंद्र, हरनरेश, भगत, विजय, चंद्रपाल, डा. संजीव कुमार, राजेंद्र, राजकुमार, ब्रह्मपाल आदि दर्जनों ग्रामीणों ने समर्थन दे दिया है और भी उनके साथ धरने पर बैठ गए हैं।
उधर, सूजती गांव में बिंदर अपनी मां शांति, पत्नी बबीता, पिता उमर सिंह, कौशल, कोशिंद्र भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। बिंदर ने बताया कि बिनौली पुलिस ने उनका शोषण किया है। दोनों पुलिसकर्मियों के विरुद्ध न्यायालय ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है। चेतावनी दी, शीघ्र समस्या का हल न हुआ तो वे भूखे रहकर अपने प्राण त्याग देंगे। दो परिवारों की भूख हड़ताल के चलते पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया है। इस संबंध में दोघट थानाध्यक्ष ओमवीर सिंह का कहना है, पीड़ितों को मनाने का प्रयास किया जा रहा है।