भू-माफिया ने खरीदे पांच करोड़ के स्टांप!
बड़ौत : जिले में सर्किल रेट बढ़ोतरी की आहट हो गई है। संभावना है कि एक अगस्त से नए नियम लागू हो जाएंगे। सरकार द्वारा वसूले जा रहे भू-राजस्व की चोरी करने के लिए माफिया सक्रिय हो गए हैं। इसकी बानगी इस माह देखने को मिली और सरकारी आंकड़ों के मुताबिक करीब पांच करोड़ रुपये के स्टांप की बिक्री हुई। सर्किल रेट में लगभग 20 से 25 फीसद बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है।
जिले के राजस्व को बढ़ाने के लिए शासन-प्रशासन ने जोर लगा दिया है। लगातार कई बार जल्दी-जल्दी सर्किल रेट में इजाफा कर राजस्व बढ़ोतरी के प्रयास किए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, एक अगस्त से एक बार फिर सर्किल रेट में इजाफा होने जा रहा है। भूमि के सर्किल रेट 20 से 25 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं। सर्किल रेट बढ़ोतरी के चलते भू-स्वामियों को लाभ मिलेगा, जबकि खरीदारों को नुकसान उठाना होगा।
खरीदे गए पांच करोड़ के स्टांप
सरकारी आंकड़ों की यदि बात करें तो इस माह करीब 5.37 करोड़ रुपये के स्टांप की बिक्री हुई, जो पिछले महीनों की अपेक्षा कहीं अधिक है। सूत्रों की मानें तो कई भू-माफिया ने कई-कई लाख रुपये के स्टांप खरीदकर रख लिए हैं।
होती है चार माह की वैधता
प्रशासन के मुताबिक, स्टांप की वैधता चार माह तक होती है। उस पर तिथि अंकित हो जाने के बाद चार माह तक इस्तेमाल किया जा सकता है। यानी कि अब पुराने रेट में स्टांप खरीदकर नए सर्किल रेट की भूमि खरीदी जाएगी।
यह तरीका गलत है : जैन
एडवोकेट विनोद जैन का कहना है, सर्किल रेट तीन साल से पहले नहीं बढ़ाया जा सकता है, लेकिन बागपत जिले में इन नियमों को तोड़ा जा रहा है। सर्किल रेट की बढ़ोतरी होने से सरकार को ही राजस्व हानि का सामना करना पड़ेगा।
इन्होंने कहा..
इस माह करीब 5.37 करोड़ रुपये की स्टांप बिक्री हुई है। सर्किल रेट के बारे में अभी मुझे नहीं पता है, लेकिन खरीदे गए स्टांप पर यदि तिथि अंकित है तो चार माह तक उसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
रामदयाल, एआइजी स्टांप, बागपत