छोड़ दी, छोड़ दी, छोड़ दी..पर बवाल
बागपत : हरचंदपुर गांव में तलाक की गलतफहमी को लेकर महिला के परिजनों ने उसके पति के घर पर पथराव व फायरिंग कर दी। आरोपियों ने युवक की बहन को भी घर से उठा लिया, लेकिन बाद में छोड़ दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने का प्रयास कराया।
हरचंदपुर के एक युवक का निकाह दो साल पहले गांव में ही अपने ही परिवार की एक युवती के साथ हुआ था। दो दिन पहले मामूली बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। बताया जाता है कि युवक ने अपनी पत्नी से रिश्ते खत्म करने की बात कहकर तीन बार कह दिया कि छोड़ दी, छोड़ दी, छोड़ दी। इस पर उसकी पत्नी ने समझा कि पति ने उसे तलाक दे दिया है। महिला ने यह बात अपने मायके में पहुंचकर परिजनों को बताई तो वह आग बबूला हो गए। दोनों पक्षों में इस बात को लेकर तनाव हो गया। महिला के मायके के लोगों का कहना था कि तलाक हो चुका है, जबकि युवक और उसके परिजन तलाक की बात से मुकर रहे थे। दोनों ही पक्षों के लोग बुधवार की सुबह इस मामले का समाधान कराने के लिए मौलवी के पास पहुंचे। इसके अलावा दोनों पक्षों के कुछ लोग एक स्थान पर बैठकर मामले को निपटाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन इसी बीच गुस्से में आकर महिला पक्ष के कुछ लोगों ने युवक के घर पर हमला बोलते हुए पथराव व फायरिंग कर दी। बताया जाता है कि आरोपी जबरन युवक की बहन को घर से निकाल लाए और अपने साथ ले जाने लगे। वह जब गली में पहुंचे तो लोगों ने समझा-बुझाकर युवक की बहन को छुड़ाया, इसके बाद वह अपने घर पहुंच गई। झगड़े की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों से बातचीत कर मामले को शांत कराया। कोतवाल अनिल कपरवान ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच पति-पत्नी के बीच रिश्ते को लेकर विवाद हुआ है। समझौते की बात चल रही है। पथराव व फायरिंग की बात निराधार है।
इस बात पर हुआ विवाद
ईद से एक दिन पहले महिला अपने पति से कह रही थी कि वह ईद पर कुर्ता पहनेगी, लेकिन उसका पति सूट-सलवार पहनने के लिए कह रहा था। इसी बात पर दोनों में तू-तू मैं-मैं हो गई और विवाद परिजनों तक पहुंच गया।