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डोलबंदी में हेडमास्टर के बेटे का कत्ल

By Edited By: Published: Fri, 04 Jul 2014 11:57 PM (IST)Updated: Fri, 04 Jul 2014 11:57 PM (IST)
डोलबंदी में हेडमास्टर के बेटे का कत्ल

बागपत : सिंघावली अहीर गांव के जंगल में दिन निकलते ही हेडमास्टर के बेटे का कत्ल कर दिया गया। घटना के बाद एक आरोपी ने तमंचे के साथ थाने में पहुंचकर आत्मसर्मपण कर दिया। मृतक पक्ष की ओर से दो महिला समेत 11 लोगों को नामजद कराया गया है। घटना की वजह आठ साल से एक ही कुटुंब के बीच चला आ रहा डोलबंदी का विवाद बना है।

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सिंघावली अहीर निवासी उर्मिला ने बताया कि शुक्रवार की सुबह आठ बजे वह अपने 26 वर्षीय बेटे सतीश के साथ खेत पर गई थी। इसी दौरान उनका पड़ोसी आनन्द और उसके परिवार के लोग बाइक और भैंसा-बुग्गी में बैठकर आए। आरोपियों ने उन्हें देखते ही गाली-गलौच शुरू कर दी तथा उसके बेटे के साथ मारपीट करते हुए गोली मार दी। उसका बेटा लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़ा और दम तोड़ दिया। घटना के बाद आरोपी हथियार लहराते हुए फरार हो गए। उधर मौके से हत्या आरोपी आनन्द घटना में प्रयुक्त तमंचा लेकर सीधा सिंघावली अहीर पहुंचा और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर घटना की बाबत जानकारी दी। सूचना पर मृतक के परिजन और पुलिस आनन-फानन में घटनास्थल पर पहुंची। सीओ एनपी और एएसपी विद्या सागर मिश्रा ने भी मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

मृतक के पिता व प्राथमिक पाठशाला खिदौड़ा के हेडमास्टर सत्यपाल सिंह ने आनन्द पुत्र काशीराम, मोहित पुत्र आनन्द, रोहित पुत्र आनन्द, बबली पत्नी आनन्द, पूजा बेटी आनन्द, पंकज पुत्र राजकरण, राजकरण पुत्र काशीराम, रामकिशन पुत्र काशीराम, संत पुत्र राजकरण, दीपक पुत्र राजकरण और अवनीश पुत्र रामकिशन को नामजद कराया है। हत्या का कारण आठ साल से डोल को लेकर चला आ रहा विवाद बताया जा रहा है। एएसपी ने बताया कि डोलबंदी को लेकर विवाद में सतीश की हत्या हुई है। एक आरोपी को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद किया गया है। घटना की जांच की जा रही है।

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कुटुंब के बीच चल रहा विवाद

आनन्द और सत्यपाल के बीच आठ साल से डोलबंदी के बीच विवाद चला आ रहा है। दोनों एक ही कुटुंब से संबंध रखते हैं। जिन लोगों को नामजद कराया गया है वह भी आनन्द, राजकरण और रामकिशन है जो काशीराम के बेटे हैं।

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किया था पायलट का कोर्स

सतीश ने पायलट का प्राइवेट कोर्स किया था, उसकी बचपन से ही पायलट बनने की इच्छा थी, लेकिन शुक्रवार को सब खत्म हो गया। चार साल पहले ही सतीश की शादी हुई थी।


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