अचानक विद्युत आपूर्ति से लाइनमैन झुलसा
खेकड़ा : शटडाउन के बाद भी लाइन में आपूर्ति छोड़ने से खंभे पर काम कर रहा संविदाकर्मी करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गया और खंभे से नीचे गिर गया। उसे हायर सेंटर में भर्ती कराया गया है। पीडि़त के परिजनों ने ऊर्जा निगम के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
संविदा लाइनमैन रमेश पुत्र रंजीत निवासी सलावतपुर खेड़ी शटडाउन लेने के बाद खंभे में चढ़कर काम कर रहा था। बताया जाता है कि इसी बीच आपूर्ति छोड़ दी गई। जिससे वह झुलसकर पोल से नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। साथियों ने उसे सीएचसी में भर्ती कराया, जहां से दिल्ली हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। रमेश ने बताया कि देहात बिजलीघर से शटडाउन लेकर वह बड़ागांव फाटक के पास पोल पर टूटा तार जोड़ रहा था। अचानक तार में करंट आ गया, जिससे झटका लगने से वह बुरी तरह झुलस गया और पोल से नीचे गिरकर घायल हो गया। पीड़ित के भाई जगत सिंह ने थाने में तहरीर दी है।
इन्होंने कहा ..
किसी व्यक्ति ने साजिश के तहत देहात व नगर के तारों को आपस में जोड़ दिया। सुबह के समय नगर फीडर को सप्लाई दी गई थी, जिसके साथ देहात फीडर को भी सप्लाई मिल गई। जिसकी वजह से हादसा हुआ।
-पुष्पदेव, एसडीओ, खेकड़ा
पीड़ित के भाई की ओर से ऊर्जा निगम के खिलाफ तहरीर दी गई है। जांच में दोषी पाए जाने वाले कर्मी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
-बीआरएस पुंडीर, इंस्पेक्टर खेकड़ा।
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पहले भी हो चुका है हादसा
खेकड़ा : एक सप्ताह पूर्व लाइनमैन कुलदीप के साथ हुए हादसे से भी ऊर्जा निगम ने सबक नहीं लिया। कुलदीप ने भी शटडाउन लेकर ट्रांसफार्मर पर काम करना शुरू किया था, तभी अचानक आई बिजली से वह बुरी तरह से झुलस गया था।
ये है लापरवाही
ऊर्जा निगम के बिजलीघरों पर कुशल एसएसओ नहीं बचे हैं। निगम ने अधिकतर कार्यो को ठेके पर दे दिया है। वहीं ठेकेदार ने अकुशल लोगों को तकनीकी पदों पर नियुक्त किया हुआ है, जिसके चलते हादसे हो रहे हैं। ऊर्जा निगम के अधिकांश बिजलीघरों पर सेवानिवृत्त फौजियों की नियुक्ति है। जिन्हें बिजली के बारे में कोई जानकारी नहीं है।