नाबालिग बच्चों को गोली से उड़ाने की धमकी
बड़ौत : सुप्रीम कोर्ट भले ही नाबालिग बच्चों से काम कराने वालों के खिलाफ सख्ती बरत रहा हो, लेकिन बागपत जिले का बिजरौल गांव ऐसा है, जहां आधा दर्जन नाबालिगों को बंधक बनाकर उन्हें यातनाएं दी जा रही हैं। कोई भागने की कोशिश करे तो गोली से उड़ाने की धमकी दी जाती है। 'दैनिक जागरण' में कार्यालय में डाक से पत्र भेजकर इस मामले को बताया गया है।
पत्र में बताया गया है, गांव के कुछ दबंगों ने आधा दर्जन नाबालिग बच्चों को बंधक बना रखा है। काफी समय से उन्हें यातनाएं देकर मजदूरी कराई जाती है। कोई विरोध करता है तो उसकी पिटाई की जाती है। शिकायत करने पर बच्चों को गोली से उड़ाने तक की धमकी दी जाती है। बच्चे इतनी दहशत में हैं कि वे अपने परिवारों के पास भी नहीं पहुंच पा रहे हैं। दबंगों के खिलाफ पूर्व में भी शिकायत की गई, लेकिन जब पुलिस पहुंचती है तो बच्चों को छिपा दिया जाता है।
पत्र में दबंगों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की गई है। इस संबंध में अधिवक्ता अनुज ढाका का कहना है, बच्चों को बंधक बनाकर मजदूरी कराना, जान से मारने की धमकी देना और यातनाएं देना घोर अपराध है।
इन्होंने कहा..
मामला मेरी जानकारी में नहीं है। मैं तत्काल मामले की जांच कराकर दबंगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करूंगा।
-राजेश कुमार वर्मा, कोतवाल