'मन, वचन और काया वश में रखने से मुक्ति संभव'
बड़ौत : जैन संत विहर्ष सागर महाराज ने कहा कि यदि मोक्ष प्राप्त करना है तो मन, वचन और काया को वश में करना होगा।
जैन संत गुरुवार को नगर की सत्यवती धर्मशाला में प्रवचन कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जिस प्रकार शेरनी का दूध केवल सोने के पात्र में ही टिकता है, उसी प्रकार जिनवाणी का सार भी उसी व्यक्ति को प्राप्त होता है, जो उसे ग्रहण करने के लिए तत्पर रहता है। संसार में एक ओर तो मोह माया है तथा दूसरी ओर मोक्ष का रास्ता है। मन, वचन तथा काया को वश में रखने वाला व्यक्ति मुक्ति के मार्ग पर आगे बढ़ता है। धर्मसभा में मुनि विजयेश सागर ने भी प्रवचन किए। संचालन मांगेला जैन ने तथा वरदान जैन ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर महेंद्र जैन, आदीश, प्रदीप, राजेश, अशोक, प्रदीप आदि मौजूद थे।
बामनौली में वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव 30 से
बड़ौत : बामनौली जैन मंदिर में वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव आगामी 30 से प्रारंभ होकर दो मई तक चलेगा। यह कार्यक्रम जैन संत विहर्ष सागर महाराज के सानिध्य में होगा।