अब भी सुरेन्द्र की आंखें देखेंगी दुनिया
बड़ौत (बागपत) : जीवित रहते तो अक्सर लोग परोपकार के कार्य करते हैं, मगर कुछ शख्स ऐसे भी होते हैं जो मरने के बाद भी दूसरों की अंधेरी दुनिया को रोशन कर जाते हैं। ऐसा ही पुनीत कार्य किया है नगर निवासी सुरेन्द्र जैन ने। मरणोपरांत जिनकी आंखों से दो नेत्रहीन लोगों की दुनिया में उजाला होगा।
नगर के गांधी चौक निवासी सुरेन्द्र जैन (67 वर्ष) पुत्र स्व. रघुवीर सिंह जैन का निधन मंगलवार की सुबह हो गया। परिजनों के अनुसार उन्होंने भारत विकास परिषद के नेत्रदान जागरुकता अभियान से प्रेरणा लेकर मरणोपरांत अपने नेत्र दान करने का संकल्प लिया था। मंगलवार को उनकी अंतिम इच्छा व संकल्प को पूर्ण कराया उनके तीन पुत्रों नीरज जैन, पंकज जैन व सचिन जैन ने। इस परोपकार में उनकी तीन पुत्रवधु व पौत्र पौत्रियों ने भारत विकास परिषद के मार्गदर्शन में सहयोग किया। दिल्ली से आई वेणु आई बैंक के चिकित्सकों की टीम ने उनकी दोनों आंखों की कोर्निया को सुरक्षित कर लिया, जिनको दो नेत्रहीन लोगों की आंखों में प्रत्यारोपित किया जाएगा। सुरेन्द्र जैन व उनके परिवार की इस पुनीत कार्य को लेकर शहर में चारों ओर प्रशंसा हो रही है। इस अवसर पर प्रदीप जैन, राजीव गोयल, राकेश जैन, अतुल जैन, योगेश जैन, संजय जैन, विशाल वर्मा, राजेश जैन, प्रवीण जैन, विवेक जैन आदि का सहयोग रहा।
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