तीन स्थानों पर आग से लाखों का नुकसान
बदायूं : सहसवान में अचानक लगी आग की चपेट में आकर चार घरों में रखा अनाज कपड़ा, घरेलू सामान समेत करीब द
बदायूं : सहसवान में अचानक लगी आग की चपेट में आकर चार घरों में रखा अनाज कपड़ा, घरेलू सामान समेत करीब दो लाख रुपये की सम्पत्ति जलकर राख हो गई। तहसील प्रशासन ने क्षति का आंकलन किया। तहसील क्षेत्र के गांव धापड़ में अचानक कहीं से उठी ¨चगारी पीतांबर के घर के छप्पर पर आ गिरी। जब तक ग्रामीणों ने आग बुझाने के प्रयास शुरू किए तब तक आग ने तेजी पकड़ते हुए नेत्रपाल, अहिवरन, मोर ¨सह के घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड और यूपी 100 की गाड़ियां भी मौके पर पहुंच गई। फायर ब्रिगेड ने बमुश्किल तमाम आग पर काबू पाया लेकिन तब तक इन घरों में रखा अनाज, कपड़ा, घरेलू सामान समेत करीब दो लाख रुपये का सामान जलकर राख हो चुका था। खास बात यह कि पीतांबर की पुत्री की चार मई को शादी है। उसने पुत्री की शादी के लिए दान दहेज का सामान और नकदी एकत्र कर रखी थी। वह सब भी आग की भेंट चढ़ गया। पीतांबर के परिवार में हादसे से कोहराम मचा हुआ है।
बिसौली क्षेत्र के गांव पिसनहारी में खेत के उपर झूल रहे तारों से उठी ¨चगारी ने किसान सत्यभान ¨सह के आठ बीघा गेहूं राख कर दिया। जैसे ही आग ने रौद्र रूप लिया वैसे ही गांव के लोग आ गए। आग पर काबू पाने का काफी प्रयास किया लेकिन तेज हवा के कारण आग पर काबू नहीं पाया जा सका। एक घंटे में ही आग ने किसान सत्यभान ¨सह की मेहनत की कमाई स्वाह कर दी। अपने खेत को जलता देखकर सत्यभान ¨सह और उसके परिवार वालों की आखें छलछला आईं। गांव के किसानों ने बिजली विभाग के खिलाफ एसडीएम को ज्ञापन दिया है। इधर लेखपाल ने नुकसान का जायजा लिया।
रिसौली गांव में स्थित पुलिस चौकी के पास छोटे लाल जाटव का झोपड़ीनुमा घर है। बताते हैं कि वहीं घर के पास पड़े घूरे के ढेर में किसी ने बीड़ी पीकर डाल दी। जिससे घूरे से उठी ¨चगारी से छोटेलाल के झोपड़ीनुमा घर में आग लग गई। आग की लपटें देखकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और जब ग्रामीणों ने बाल्टियों से आग पर पानी डालकर काबू पाया तब तक उसके घर में रखी साढ़े छह हजार रुपये की नकदी, चारपाई, अनाज, कपड़े समेत लगभग एक लाख रुपये की संपत्ति जलकर राख के ढेर में तब्दील हो गई। आग की सूचना ग्रामीणों ने लेखपाल नरेंद्र गुप्ता को दी लेकिन वह मौके पर नहीं पहुंचे। घर में आग लगने से छोटेलाल जाटव खुले आसमान के नीचे आ गया है। ग्रामीणों ने अग्निपीड़ित छोटेलाल को जिलाधिकारी से राहत कोष से आर्थिक सहायता दिलाए जाने की मांग की है।