चले मगर लड़खड़ा गए
बदायूं : प्रदेश की योगी सरकार ने व्यवस्था में बदलाव लाने के लिए अफसरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया
बदायूं : प्रदेश की योगी सरकार ने व्यवस्था में बदलाव लाने के लिए अफसरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। शहर से लेकर गांवों तक में साफ-सफाई, पालीथिन का उपयोग, हेलमेट का प्रयोग करने के लिए दैनिक जागरण ने अभियान चलाया था। समाज में जागरूकता भी आई थी, लेकिन सरकारी मशीनरी की उदासीनता के चलते कुछ दूर आगे बढ़कर कदम लड़खड़ा गए। मुख्यमंत्री के एक्शन में आते ही अफसर भी हरकत में आ गए हैं। उम्मीद जगी है कि जिस अभियान को जोर-शोर से चलाया था उसे अब अमली जामा पहनाया जा सकेगा। प्रशासनिक हलके में खलबली मच गई है, लेकिन इसमें आम आदमी की भूमिका भी अहम होगी। सामूहिक प्रयास होंगे तो स्मार्ट सिटी और स्मार्ट सिटिजन का सपना जल्द ही साकार हो जाएगा।
केंद्र सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत की थी तो शहर से लेकर कस्बों और गांवों तक हलचल मच गई थी। दैनिक जागरण ने स्मार्ट सिटी स्मार्ट सिटिजन अभियान चलाकर लोगों को जहां स्वच्छता के प्रति जागरूक किया वहीं पालीथिन का उपयोग रोकने के लिए भी प्रेरित किया। यातायात का नियमों का पालन करने के लिए हेलमेट लगाकर बाइक चलाने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया। जनहित के इन मुद्दों को आम जनता ने भी हाथोंहाथ लिया था। प्रशासनिक अधिकारियों और वार्ड सभासदों ने भी आगे बढ़कर लोगों को प्रेरित किया था। सफाई व्यवस्था में बदलाव दिखाई पड़ने लगा था, लेकिन अधिकांश नगर निकायों और ग्राम पंचायतों में नियुक्त सफाई कर्मचारी अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन नहीं कर सके। इसके पीछे वजह जो भी रही हो, लेकिन यह अभियान लड़खड़ा गया। मुख्यमंत्री ने जिस तरह से पहल की है, उससे हलचल मचने लगी है। समाज के हर व्यक्ति को जागरूक होने की जरूरत है।