जीएम के दौरे से पहले रेलवे अधिकारी अलर्ट
बदायूं : बरेली-कासगंज रूट पर नई ट्रेनें चलाने की कवायद तो महीनों से चल रही है, लेकिन सीआरएस की हरी झ
बदायूं : बरेली-कासगंज रूट पर नई ट्रेनें चलाने की कवायद तो महीनों से चल रही है, लेकिन सीआरएस की हरी झंडी का इंतजार किया जा रहा है। इसी बीच पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम राजीव मिश्र का दौरा लग गया है। वह 22 फरवरी को इस रूट का निरीक्षण करने आ रहे हैं। कार्यक्रम तय हो जाने से अधिकारी और कर्मचारी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद दर्शाने की कोशिश में जुट गए हैं।
वर्षों की मशक्कत के बाद बरेली-कासगंज रूट को ब्राडगेज में परिवर्तित तो कर दिया गया, लेकिन समस्या कम होने के बजाय और बढ़ गई। ट्रेनों की संख्या छोटी लाइन पर चलने वाली ट्रेनों की संख्या से भी कम गई। बरेली और कासगंज तक आने-जाने वाले यात्रियों के लिए भी समस्या बढ़ गई है। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की मांग को लेकर लंबा आंदोलन किया था। रेलवे स्टेशन पर भूख हड़ताल करने के साथ डीआरएम कार्यालय का घेराव भी किया था। तब नई ट्रेनों को चालू करने का लिखित में भी आश्वासन दिया गया था, लेकिन ट्रेनें अभी तक चालू नहीं हो सकीं। अब उम्मीद जगी है कि कासगंज से बदायूं तक संचालित होने वाली तीन पैसेंजर ट्रेन का संचालन जल्द ही बरेली तक होगा। बरेली सिटी से कासगंज तक चलने वाली पैसेंजर ट्रेन की संख्या पांच हो जाएगी। इसी बीच पूर्वोत्तर रेलवे का दौरा भी लग गया है। वह 22 फरवरी को यहां आकर व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। सीआरएस का निरीक्षण भी हो चुका है। संभावना जताई जा रही है कि जीएम दौरे पर आएंगे तो कासगंज से आने वाली ट्रेनों को बरेली तक पहुंचने और नई ट्रेनों के चालू होने की घोषणा भी कर सकते हैं। कार्यक्रम तय हो जाने से विभाग के अधिकारी और कर्मचारी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद दर्शाने की कोशिश में जुट गए हैं।