बेटियों ने मंडल में दिखाया दम, राज्य में जाने को नहीं है धन
बदायूं : रियो ओलंपिक में साक्षी ¨सधू ने पदक जीतकर बेशक बेटियों की क्षमता साबित की है। पर यहां बेटिया
बदायूं : रियो ओलंपिक में साक्षी ¨सधू ने पदक जीतकर बेशक बेटियों की क्षमता साबित की है। पर यहां बेटियां प्रतिभावान होने के बावजूद भी खेलने को लेकर संघर्ष कर रही हैं। जिले की दो लड़कियों का मंडल की टीम में स्टेट खेलने के लिए चयन हुआ है। मगर उनके स्कूल इन खिलाड़ियों को भेजने से कन्नी काट रहे हैं। वजह सिर्फ इतनी कि वह खिलाड़ियों को भेजने का खर्च उठाने को राजी नहीं है। मंडल में चयन के बाद राज्य में जीत की हसरत लिए दोनों खिलाड़ियों ने जिला विद्यालय निरीक्षक से गुहार लगाई है कि उन्हें राज्य प्रतियोगिता खेलने के लिए भेजा जाए। यह हाल तब है जब विद्यार्थियों को पंद्रह रुपये क्रीड़ा शुल्क भी अदा करना होता है।
राजाराम महिला इंटर कॉलेज की कक्षा ग्यारह की छात्रा दीक्षा साहू का वेटलि¨फ्टग की 48 किलो भार वर्ग प्रतियोगिता के लिए मंडल टीम में चयन हुआ है। जबकि चंद्रिका देवी इंटर कॉलेज बहेड़ी की छात्रा संतोष कुमार का भी वेटलि¨फ्टग में मंडल टीम में चयन हुआ। छह सितंबर को मुरादाबाद में राज्य प्रतियोगिता होगी। खिलाड़ियों का दर्द है कि स्कूल उन्हें खेलने भेजना नहीं चाहते। वह खर्च नहीं दे रहे हैं। लिहाजा उनका राज्य में खेलने का सपना टूट जाएगा। खिलाड़ियों को बमुश्किल बारह-बारह सौ रुपये की दरकार है। जाहिर है कि राज्य प्रतियोगिता खेलने जा रही खिलाड़ियों के प्रति स्कूलों के रवैये से ही उनकी खेल में रुचि स्पष्ट हो जाती है। दीक्षा साहू का कहना है कि वह नेशनल तक खेलकर जिले का नाम रोशन करेंगी। बस मुझे खेलने तो भेजा जाए। डीआइओएस राकेश कुमार ने कहा कि दोनों खिलाड़ियों को राज्य प्रतियोगिता में खेलने के लिए भेजा जाएगा। इस संबंध में प्रधानाचार्यों से बात की जाएगी। खिलाड़ी निराश न हों। अपनी तैयारी करें।