फंसे डेरी योजना के तीस मामले
बदायूं : डेरी योजना मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल है, लेकिन जनपद में गत वित्तीय वर्
बदायूं : डेरी योजना मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल है, लेकिन जनपद में गत वित्तीय वर्ष 2015-16 के तीस मामले अभी तक विभागीय तथा बैंकों के शाखा प्रबंधकों, आवेदनकर्ताओं की लापरवाही के कारण लंबित हैं। बैंक अधिकारी आवेदनकर्ताओं की ओर से औपचारिकताएं पूर्ण न करने, जबकि आवेदनकर्ता, बैंक अधिकारियों पर तरह-तरह के आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। मुख्य विकास अधिकारी प्रताप ¨सह भदौरिया ने आवेदनकर्ताओं, विभागीय अधिकारियों तथा बैंक अधिकारियों को आमने-सामने बैठाकर उनकी समस्याओं को सुना। इच्छुक तथा सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने वाले आवेदनकर्ताओं को शीघ्र ऋण स्वीकृत कराने के निर्देश दिए।
बैठक में सीडीओ ने पाया कि अभी तक गत वित्तीय वर्ष के कामधेनु डेरी योजना के तहत एक, मिनी कामधेनु दो तथा माइक्रो कामधेनु अंतर्गत 27 कुल 30 मामलों में बैंक अधिकारियों की ओर अभी तक स्वीकृति प्रदान कर ऋण जारी नहीं किया है। सीडीओ ने प्रत्येक आवेदनकर्ता और संबंधित बैंक अधिकारियों से रूबरू होकर उनकी समस्याओं को सुन कर निर्देशित किया कि वांछित अभिलेख उपलब्ध कराने वाले इच्छुक आवेदनकर्ताओं को ऋण स्वीकृति में हीलाहवाली करने वाले शाखा प्रबंधकों और फील्ड अफसरों के साथ कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। पंजाब नेशनल बैंक के एलडीएम चारू भट्टाचार्य का कहना है कि आवेदनकर्ता नियमानुसार सभी आवश्यक औपचारिताएं जितनी जल्द पूर्ण कर ऋण पत्रावली पूरी कर देंगे तुरंत ऋण स्वीकृत कर दिया जाएगा। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा.एके जादौन का कहना है शाखा प्रबंधक अनावश्यक रूप से कोई न कोई कमी बताकर आवेदनकर्ताओं को बैंकों के चक्कर लगवाते रहते हैं। यहां पर आजीविका मिशन के उपायुक्त आरपी ¨सह, डीडीओ संतोष कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।