तीरंदाजी से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा
उझानी (बदायूं) : खेलों से न केवल अच्छे स्वास्थ्य का निर्माण होता है बल्कि बेहतर व्यक्तित्व बनाने मे
उझानी (बदायूं) : खेलों से न केवल अच्छे स्वास्थ्य का निर्माण होता है बल्कि बेहतर व्यक्तित्व बनाने में भी खेलों का विशेष योगदान है। तीरंदा•ाी बहुत प्राचीन कला है। लड़कियों की भागीदारी से महिला सशक्तिकरण को भी अधिक बढ़ावा मिलेगा। एपीएम डिग्री कालेज में एक महीने के लिए शुरू हुए तीरंदाजी प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करते हुए डीएम शंभूनाथ ने यह विचार व्यक्त किए।
जिला तीरंदाजी संघ व भदवार कन्या इंटर कालेज की ओर से शनिवार को शुरू हुए शिविर का डीएम ने तीर चलाकर उद्घाटन किया और मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर उनका स्मरण किया। उन्होंने तीरंदा•ाी सीखने वाली महिला खिलाड़ियों का परिचय प्राप्त कर। आशीष वचन देते हुए कहा कि प्रदेश में तीरंदा•ाी का प्रचलन न के बराबर होते हुए भी उझानी में इसको बढ़ाए जाने के लिए जो कदम उठाए गए हैं वह सराहनीय हैं। लड़कियों की भागीदारी से न केवल महिला सशक्तिकरण में इ•ाफा होगा बल्कि उन्हें आशा है कि उझानी के आस पास तथा संपूर्ण जिले की बेटियां देश तथा प्रदेश में अपने जिले का नाम रोशन करेंगी।
जिलाधिकारी तथा कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि अमर पाल ¨सह रोम्पी ने स्कूली बच्चों द्वारा मां सरस्वती की वंदना प्रस्तुत करने पर एक-एक हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया। चयनित खिलाड़ियों को प्रशिक्षिका सीमा वर्मा द्वारा ट्रे¨नग दी गई। इस अवसर पर विष्णु भगवान अग्रवाल, राजन मेंहदीरत्ता, सुभाष चंद्र मिनोचा, राम प्रकाश शर्मा, हरवंश, मधुकर मिश्र, हनी सपरा , अनुराग सपरा, जयपाल थरेजा, मधुर सचदेवा, दर्शन धवन, दिनेश गुप्त, अजय, अमृतपाल, पप्पी, अजय गुप्त, हाजी दीन मुहम्मद सैफी, महेश चंद्र साहू, किशन चंद्र शर्मा, सुदर्शन भाटिया समेत तमाम लोग मौजूद रहे।