अस्पताल में घायलों की फजीहत
जागरण संवाददाता, बदायूं : बरेली-आगरा राजमार्ग पर भीषण हादसे की सूचना के बाद भी जिला अस्पताल प्रशासन
जागरण संवाददाता, बदायूं : बरेली-आगरा राजमार्ग पर भीषण हादसे की सूचना के बाद भी जिला अस्पताल प्रशासन अपनी किरकिरी कराने से बाज नहीं आया। घायलों को एंबुलेंस से जब अस्पताल लाया गया तो उन्हें स्ट्रेचर भी मुहैया नहीं कराई गई। कुछ मरीजों के तीमारदारों ने हालत गंभीर देखते हुए अपने कंधों पर डालकर उन्हें इमर्जेसी में भर्ती कराया। अस्पताल में मची चीख-पुकार के बाद भी अस्पताल में सही इंतजाम नहीं किए गए। इस बात से आक्रोशित लोगों ने हंगामा भी किया।
सोमवार को सुबह के वक्त हादसे में चार लोगों के मरने और करीब दर्जन भर से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना से प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया था। जिले के आलाधिकारी मौके की ओर भाग खड़े हुए। सभी बचाव कार्य में जुटे हुए थे। मौके पर पल-पल हालात बिगड़ रहे थे। एडीएम की सख्ती के बाद लापरवाह एंबुलेंस 108 का स्टाफ भी वहां पहुंच गया। सभी घायलों को तीन एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया, चूंकि हादसे की खबर पहले से ही यहां आ चुकी थी, इसलिए पुलिस भी कोई बवाल न हो इसके लिए तैनात थी। घायलों को जब एंबुलेंस से बाहर निकाला गया तो एंबुलेंस स्टाफ ने स्ट्रेचर के लिए शोर मचाया, जहां महज एक स्ट्रेचर वहां मौजूद थी। उसे भी लाने वाला कोई नहीं था। इसी बीच भीड़ से ही एक ग्रामीण ने स्ट्रेचर उठाया और एक मरीज को वह उसके सहारे इमर्जेसी में ले गया। इसके बाद बचे दर्जन भर मरीजों के लिए सभी स्ट्रेचर का शोर मचाते रहे, लेकिन कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा। कोई व्यवस्था न देखकर लोगों ने घायलों पर तरस खाया और उन्हें खुद ही उठाकर वहां तक ले गए। बात इलाज की करें तो इमर्जेंसी में तैनात डा. एके गुप्ता के अलावा कोई भी फार्मासिस्ट वहां मौजूद नहीं था। इस बात को लेकर लोगों ने नाराजगी जाहिर कर हंगामा काटना शुरू कर दिया। हंगामा होने पर पुलिस ने सभी को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। घायलों के परिजनों में इलाज समय से न मिल पाने की वजह से आक्रोश है।